India News(इंडिया न्यूज़)Delhi Educations: दिल्ली सरकार ने बेसिक शिक्षा के लिए सरकार करोड़ों रुपए खर्च कर रही है। इसलिए शिक्षक बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के साथ ही इस बात का ध्यान भी दें, कि स्कूल में बच्चों की हाजिरी ज्यादा से ज्यादा हो। जो बच्चे अनुपस्थित रहते हैं, शिक्षक उनके अभिभावकों से संपर्क करें और उन्हें बच्चों को रोज स्कूल भेजने के लिए प्रेरित करें। दिल्ली सरकार पढ़ाई को और खास और इंटरेस्टींग बनाने के लिए नए-नए तरीकों को अपना रही है ताकि बच्चों को पढ़ने में बोड़ियत न हो और मजे मजे में पढ़े सकें।
कल यानी सोमवार को दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी ने आराम बाग स्थित सर्वोदय कन्या विद्यालय का दौरा किया और वहां के बच्चों से मिली और पढ़ने और आगे बढ़ने को प्रोत्साहित किया। कल दिल्ली सरकार ने सरकारी स्कूलों की दूसरी से पांचवीं तक की कक्षाओं में पढ़ाई को खास बनाने के लिए इनोवेटिव तरीकों का सहारा लिया है। तकनीक आधारित इन इनोवेटिव तरीकों से बच्चे खेल-खेल में सीख रहे और उनकी रटने की आदत गायब हो गई है।
सीखने-सिखाने की प्रक्रिया में अपनाए गए इस बदलाव से बच्चों की उपस्थिति में सात से दस फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी ने इस दौरान बच्चों से बातचीत की। बता दे कि दिल्ली सरकार के सभी सरकारी स्कूलों में तकनीकी आधारित लर्निंग प्रोसेस शुरू किया गया है। ये लर्निंग प्रोसेस एक सॉफ्टवेयर व टेक्नोलॉजी बेस्ड इंटरवेंशन है। इसका उद्देश्य सीखने सिखाने के लिए कक्षा को मजेदार बनाते हुए बच्चों की गतिशीलता को बढ़ाना है।