बॉलीवुड में पिछले काफी वक्त से नेपोटिज्म को लेकर बहस छिड़ी हुई है। जब भी भाई-भतीजावाद को लकर बहस छिड़ती है उसमें करण जौहर का नाम जरूर ही आता है। इसके चलते उनकी फिल्मों को बायकॉट का शिकार होना पड़ जाता है। उनके फेमस शो कॉफ़ी विद करण के कंटेंट को भी आलोचना का सामना पड़ गया है। करण ने हाल ही में खुद के साथ हो रहे नकारात्मक स्पॉटलाइट के बारे में एक इंटरव्यू में बात की है।
नकारात्मकता को किया दूर
करण जौहर ने इंटरव्यू के दौरान बताया कि “मुझे लगता है कि आपको सामान्य तौर पर नकारात्मकता की तरफ आंखें मूंद लेनी चाहिए। मुझे यह लगता है कि अगर आप भीतर से सकारात्मक हैं, तो फिर आप केवल सकारात्मकता को ही आकर्षित करेंगे। हालांकि, अगर आप नकारात्मक बातों को सुनना और उस पर प्रतिक्रिया देना शुरू करते हैं, तो यह सिर्फ वही ऊर्जा लाएगा। इसलिए, मैंने इसे अपने जीवन से बाहर कर दिया है।”
सकारात्मकता पर करता हूं ध्यान केंद्रित
उन्होंने आगे कहा कि “मेरा यह भी मानना है कि नकारात्मकता को ठीक ठहराया जाना चाहिए। जो कि गलत है, ये बताने योग्य है लेकिन आप इसे बिना किसी कारण के नहीं कर सकते हैं। इसलिए, मैं सिर्फ सकारात्मकता पर ही हमेशा ध्यान केंद्रित करना चुनता हूं।”
वहीं उनके वर्कफ्रंट की बात की जाए तो करण जौहर सात साल बाद फिल्म ‘रॉकी और रानी की प्रेम कहानी’ से डायरेक्शन में अपना कमबैक कर रहे हैं। इस फिल्म में रणवीर सिंह और आलिया भट्ट के साथ-साथ धर्मेंद्र, शबाना आज़मी और जया बच्चन नजर आएंगी। अगले साल 10 फरवरी 2013 को यह फिल्म सिनेमाघरों में रिलीज होगी।