India News Delhi (इंडिया न्यूज़), Ulajh Review: निर्देशक सुधांशु सरिया की फिल्म ‘उलझन’, जिसमें जान्हवी कपूर, गुलशन देवैया और रोशन मैथ्यू मुख्य भूमिका में हैं, कुछ कमियों के साथ एक जासूसी थ्रिलर है। वहीं अगर फिल्म को एक शब्द में क्लियर करें तो वो होगा ‘उलझ’। आइए जानते है पूरी फिल्म कैसी है।
‘उलझन’ में मुझे जो बात पसंद आई, वह यह है कि निर्माता कथानक में भटके बिना तुरंत रोमांच में डूब जाते हैं। लगभग दो घंटे और 15 मिनट लंबी यह फिल्म अपने तेज-तर्रार ड्रामा के साथ आपको बांधे रखने में कामयाब होती है। इसमें कुछ चौंका देने वाले पल हैं, खास तौर पर इंटरवल से पहले का एक पल जब थिएटर कोरस से गूंज उठा। दोस्त से दुश्मन बने और दुश्मन से दुश्मन बने लोगों के बदलते घटनाक्रम ने कहानी में और परतें जोड़ दीं।
अभिनय की बात करें तो, जाह्नवी कपूर ने साहसपूर्ण चुनाव किए हैं। उन्होंने ‘उलझन’ के लिए अपना कार्दशियन अवतार त्याग दिया और स्टार्च-कॉटन साड़ी पहनी। अभिनेत्री ने ईमानदारी से काम किया है और अपनी तरफ से पूरी कोशिश की है, लेकिन फिर भी कहीं न कहीं कुछ कमी रह गई है जो उन्हें मेरिट लिस्ट में ला सकती है। हालांकि, जाह्नवी ने अपने किरदार से सभी से बहुत हद तक दिल जीत लिया है। वहींम लोगों को जाह्नवी और गुलशन की केमिस्ट्री बहुत अच्छी लग रही है।
गुलशन देवैया फिल्म के शुरुआती कुछ मिनटों में शेफ नकुल के रूप में जितने हॉट नहीं दिखे, लेकिन उनमें आतंकवादी वाला दम नहीं है। हालांकि, उनके चेहरे पर एक दुष्ट चमक और एक ब्लैकमेलर की मुस्कुराहट है। रोशन मैथ्यू ने अपने मलयालम संवादों के साथ फिल्म में बहुत ज़रूरी हास्य जोड़ा है। उनकी स्वाभाविक ऑन-स्क्रीन उपस्थिति पूरी फिल्म में बाकी सभी को जोरदार टक्कर दिया है। जहां तक श्रेय का सवाल है, ‘उलज’ को अच्छी तरह से फिल्माया गया है और एक्शन दृश्यों को स्टाइलिश तरीके से कोरियोग्राफ किया गया है।
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