Ghulam Nabi Azad: कांग्रेस के पूर्व नेता गुलाम नबी आजाद पार्टी ने छोड़ने के बाद एक बार फिर से मीडिया के साथ बातचीत की है। उन्होंने इस दौरान अपने ऊपर लगे आरोपों का जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि घरवालों ने ही घर छोड़ने को मजबूर किया। घरवालों को जब लगने लगे कि यह आदमी नहीं चाहिए तो अकलमंदी इसी में है कि खुद से ही छोड़ देना चाहिए। बीजेपी के साथ सांठगांठ पर भी गुलाम नबी आजाद ने जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि “मुझे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने की बात करते हैं, लेकिन वह ये भूल गए हैं कि लोकसभा में उनके नेता (राहुल गांधी) भाषण देकर पीएम से गले मिलने गए थे। उन्होंने इस दौरान कहा था कि मेरे दिल में आपके लिए कुछ नहीं है।” उन्होंने कहा कि तो बताएं कि वह मिले हैं या मैं बीजेपी से मिला हूं?
आजाद ने कहा कि “पहले जयराम रमेश अपना DNA चेक करवा लें कि, वह कहां के हैं और किस पार्टी के हैं, वह देखें कि उनका DNA किस-किस पार्टी में रहा है। कांग्रेस का अता-पता बाहर के लोगों को नहीं है। चापलूसी या फिर ट्विट कर जिन्हें पद मिले अगर वे लोग आरोप लगाएं तो हमें दुख होता है।”
गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस में चुनाव के सवाल को लेकर कहा कि “कांग्रेस के लिए मैं सिर्फ दुआ ही कर सकता हूं, लेकिन कांग्रेस मेरी दुआ से भी अब ठीक नहीं होगी, क्योंकि उसके लिए दवा चाहिए। उसका डॉक्टर फिलहाल कंपाउंडर है। कांग्रेस पार्टी को अभी स्पेशलिस्ट की जरूरत है।”
इसके साथ ही कांग्रेस के पूर्व नेता ने आगे कहा कि मोदी तो सिर्फ बहाना है। उनका मेरे साथ विवाद जी23 की चिट्ठी लिखे जाने के बाद से ही चल रहा है। वह लोग कभी यह नहीं चाहते थे कि कोई भी उन्हें लिखे या फिर उनसे सवाल करे। कांग्रेस पार्टी की कई अहम बैठकें की गईं, लेकिन मुझसे एक भी सुझाव नहीं लिया गया।
गुलाम नबी आजाद ने नई पार्टी बनाने के बाद जरूरत पड़ने पर भारतीय जनता पार्टी के साथ जाएंगे या नहीं, इसके जवाब में कहा कि कांग्रेस पार्टी के अंदर अनपढ़ों की जमात है, खासकर जो लोग लिपिकीय काम के लिए बैठे हैं। जो जम्मू-कश्मीर को जानते हैं, तो उन्हें पता है कि मैं भाजपा के लिए एक भी वोट की अपील नहीं कर सकता हूं।
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