बार-बार यूरिन की समस्या होना कई कारणों की वजह से हो सकता है। कई लोगों को ज्यादा पानी पीने की वजह से शरीर में यूरिन की मात्रा काफी ज्यादा बन जाती है, लेकिन वहीं कुछ लोग ज्यादा पानी ना पीने के बाद भी काफी ज्यादा यूरिन पास करते हैं। ऐसा व्यक्ति का अपने ब्लैडर पर कंट्रोल न होने की वजह से भी होता है। बार-बार पेशाब आने के कई कारण हो सकत हैं। तो आइए कुछ ऐसी बीमारियों के बारे में जानते हैं जिससे सामान्य से ज्यादा पेशाब आने की समस्या होने लगती है।
बार-बार पेशाब आना डायबिटीज की ओर भी एक सकेंत हो सकता है। यूके की नेशनल हेल्थ सर्विस के अनुसार, आमतौर पर, सामान्य व्यक्ति एक दिन में 3 लीटर पेशाब करता है। वहीं डायबिटीज की समस्या होने पर यह मात्रा 3 लीटर से बढ़कर 20 लीटर तक पहुंच जाती है। ऐसा हो सकता है कि अगर आप दिनभर में 7 से 10 बार पेशाब करने जाते हैं तो यह टाइप 1 या टाइप 2 डायबिटीज की ओर सकेंत हो।
इस कंडीशन में बार-बार यूरिन पास करने का अहसास होता है। इसके कारण डेली एक्टिविटीज डिस्टर्ब हो सकती हैं। बार-बार पेशाब आने की समस्या होना इस स्थिति का एक सामान्य लक्षण होता है।
यह एक आम बीमारी है जो ज्यादातर महिलाओं देखने को मिलती है। जब रोगाणु मूत्र प्रणाली को संक्रमित कर देते हैं तब यह बीमारी हो जाती है। इसका प्रभाव किडनी, ब्लैडर और इन्हें जोड़ने वाली नलिकाओं पर भी पड़ता है। अगर इस बीमारी पर ध्यान नहीं दिया जाए तो इसका इंफेक्शन किडनी में भी फैल सकता है और कोई गंभीर बीमारी भी हो सकती है। यूटीआई होने पर भी व्यक्ति को बार-बार पेशाब की समस्या होती है। यही वजह है कि कई बार यूरिन में खून भी दिखाई देता है।
बार-बार पेशाब आना पुरुषों में प्रोस्टेट की कई समस्याओं की ओर सकेंत हो सकता है। इसमें ये समस्याएं शामिल हैं- बिनाइन प्रोस्टेटिक हाइपरप्लेसिया, जो बढ़े हुए प्रोस्टेट का सकेंत है, प्रोस्टेटाइटिस- एक जीवाणु संक्रमण के कारण प्रोस्टेट की सूजन का सकेंत, प्रोस्टेट कैंसर- इसमें प्रोस्टेट में कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती हैं।
महिलाओं में बार-बार पेशाब आने का कारण यूटीआई, ओवर एक्टिव ब्लैडर, ब्लैडर इंफेक्शन और डायबिटीज के अलावा कई स्थितियां जैसे प्रेग्नेंसी, फाइब्रॉएड, मेनोपॉज और ओवेरियन कैंसर हो सकती हैं।
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