India News: दिल्ली सरकार स्वास्थ्य विभाग में क्रांति लाने की तैयारी में है. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग पीपीपी मॉडल पर काम कर रही है. इसके अंतर्गत स्वास्थ्य विभाग यह कोशिश कर रही है कि प्राइवेट सेक्टर को अपने अस्पतालों में जगह उपलब्ध कराएं. जिससे प्राइवेट अस्पताल अपनी लैब के साथ अन्य जांच करने वाली मशीन को अस्पताल में स्थापित कर सके.
सरकार करेगी पेमेंट-
आपको बता दें कि अस्पताल में आने वाले सभी ओपीडी (opd) और आईपीडी (ipd) मरीजों को प्राइवेट लैब जांच की सुविधा उपलब्ध कराए जाएगी, जो मरीजों के लिए फ्री होगी, लेकिन प्राइवेट सेक्टर और लैब का पूरा पेमेंट सरकार उठाएगी यानी की मरीजों को जांच का कोई भी शुल्क नहीं देना पड़ेगा.
जितनी जांच, उतना पेमेंट-
सूत्रों की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक स्वास्थ्य विभाग प्राइवेट सेक्टर के साथ इस शर्त के साथ करार करेगा कि जह अस्पताल की होगी लेकिन मशीन प्राइवेट कंपनी की लगाई जाएगी. मशीन की रखरखाव से लेकर उससे संबंधित सारी जिम्मेदारी प्राइवेट कंपनी की ही होगी. सरकार केवल एक तय दर पर अलग-अलग प्रकार की जांच का पेमेंट करेगी. अधिकारी की ओर से बताया गया है कि जितनी जांच उतनी पेमेंट मिलेगी. इससे फायदा यह होगा की अगर मरीजों की संख्या बढती है तो भी लैब वाले को समस्या नहीं होगी.
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