India News (इंडिया न्यूज) : जैसे खुल कर हंसना सेहत के लिए अच्छा होता है ठीक उसी प्रकार खुल कर रोना भी सेहत के लिए फायदेमंद होता है, लेकिन दुनियाभर में रोने को लेके एक धारणा बना ली गई है कि रोना कमजोर होने की निशानी होती है। शायद इसलिए पुरुष तकलीफ होने पर भी आंसू बहाने और रोने से बचते हैं।
महिलाएं ज्यादातर रो देती हैं, इसलिए उन्हें अधिक भावनात्मक और कमजोर मान लिया जाता है लेकिन विज्ञान का इस मामले पर कुछ और ही कहना है उनका कहना है कि कभी-कभी रोना हमारी सेहत के लिए अच्छा होता है। रोने के भी अपने कुछ फायदे होते हैं रोना भावनात्मक होने की निशानी हो सकती है लेकिन कमजोर होने की नहीं तो चलिए जानते हैं रोने से हमारी सेहत को किस प्रकार फायदा हो सकता है-
रोते समय हमारे शरीर में कोर्टिसोल नामक हार्मोन का स्तर कम होता है, जिससे हमारा तनाव कम होता है। इसके परिणामस्वरूप, हमें आराम मिलता है और मानसिक तनाव कम हो जाता है।
रोते समय, हमारी भावनाएं व्यक्त होती हैं और हमें स्वयं को शांत करने और सुधार करने का एक माध्यम प्रदान करता है।
रोने से हमारी नसों में रक्त संचार बढ़ता है और हमारा दिल स्वस्थ रहता है, इसके साथ ही, रोने से हमारी दिल की धड़कनें स्थिर होती हैं और रक्तचाप कम होता है।
दिमागी बेचैनी के चलते रात के वक्त कुछ लोगों को नींद नहीं आती है। ऐसे में रोने से रात में नींद अच्छी आती है क्योंकि रोने से दिमाग शांत हो जाता हैं।
रोना सिर्फ दिमाग ही नहीं बल्कि आंखों की सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है। रोते वक्त आंसू निकलने से आंखों के भीतर छिपे बैठे कई सारे बैक्टीरिया बहकर बाहर निकल जाते हैं जो आंखों को कई रोग होने से बचा सकते हैं।