होम / Blessing Importance: क्या आप जानते है ‘दुधो नहाओ, पूतो फलो’ को मतलब, क्यों देते हैं बुजुर्ग यह आशीर्वाद

Blessing Importance: क्या आप जानते है ‘दुधो नहाओ, पूतो फलो’ को मतलब, क्यों देते हैं बुजुर्ग यह आशीर्वाद

• LAST UPDATED : October 9, 2022

Blessing Importance:

Blessing Importance: बड़े-बुजुर्गो के पैर छूना हिंदू धर्म में एक परंपरा है। इसके बदले बड़ों से आशीर्वाद मिलता है। आपको बता दे खासतौर पर जब कोई लड़की शादी के बाद ससुराल आती है तो वह सबके पैर छूती है और उसे कई अलग-अलग तरह के आशीर्वाद मिलते हैं। जिसमें अक्सर ही बुजुर्गां से एक लोकप्रिय आशीर्वाद सुना मिलता है, ‘दुधो नहाओ, पूतो फलो’। पर क्या आप जानते हैं कि इस आशीर्वाद का मतलब क्या है और आखिर इसे क्यों दिया जाता है।

बड़े-बुजर्ग से मिलता यह आशीर्वाद

आपको बता दे घर के बड़े-बुजर्ग बच्चों को सुख-समृद्धि काआशीर्वाद देते हैं। लेकिन दूधो नहाओ पूतो फलो का आशीर्वाद केवल महिला या फिर नई नवेली दुल्हन को ही दिया जाता है। दरअसल कहा जाता है कि घर की बहू शादी के बाद संतान सुख प्राप्त कर सके, ये आशीर्वाद इसलिए दिया जाता है। बड़े बुजुर्ग नववधू को शीघ्र मां बनने के लिए ये आशीर्वाद देते हैं, जिससे कि उसे संतान सुख की प्राप्ति हो सके।

क्या है दूधो नहाओ पूतो फलो का मतलब

आपको बता दे दूधो नहाओ पूतो फलो का आशीर्वाद एक महिला के लिए बहुत खास होता है। इसका मतलब होता है भविष्य में आपका जीवन धन-संपत्ति और संतान सुख से भरा रहे। इसके पीछे का कारण यह है कि बिना धन के व्यक्ति दूध से स्नान नहीं कर सकता और संतान का सुख भी लोग चाहते है। इसलिए बड़े-बुजुर्गों द्वारा दूधो नहाओ पूतो फलो का आशीर्वाद दिया जाता है।

 

ये भी पढ़े: नीतू कपूर ने पति ऋषि कपूर को किया याद, एक फोटो शेयर कर लिखी यह बात

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

ADVERTISEMENT
mail logo

Subscribe to receive the day's headlines from India News straight in your inbox