Chhath Puja 2022: आज यानी 30 अक्टूबर को छठ पूजा के तीसरे दिन डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। शाम के समय सूर्य को जल चढ़ाते वक्त कुछ नियमों का पालन करना जरूरी होता है।
आज सूर्य अर्घ्य देने के लिए चांदी, स्टील या प्लास्टिक का बर्तन इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। अगर आप गलता से ऐसी भूल कर देते हैं तो छठी मईया से मांफी मांग लें।
छठ पर्व में अर्घ्य देते समय सूर्य को जल की धारा से देखना चाहिए। कहा जाता है कि सूर्य देवता को जल का अर्घ्य अर्पित करने के बाद तीन बार परिक्रमा जरूर लगानी चाहिए।
सूर्य को अर्घ्य देते समय इस बात का ध्यान देना चाहिए की आपके दोनों हाथ सिर के ऊपर ही हों। एक साथ सारा जल अर्पित करने की बजाए धारा बनाकर धीरे-धीरे जल चढ़ाना चाहिए।
छठ पूजा के तीसरे दिन सूर्यास्त और इसके बाद चौथे दिन सूर्योदय अर्घ्य के बाद ही व्रत का पारण करना चाहिए। सूर्योदय के समय जल चढ़ाते हुए मुख पूर्व दिशा की ओर ही रखॆ।
शास्त्रों की मानें तो सूर्य को अर्घ्य देने के बाद अंजुली लेकर अपने चारों ओर छिड़कना चाहिए। मान्यता है कि इस प्रक्रिया के बाद ही सूर्य अर्घ्य पूर्ण माना जाता है।
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