Colon Cancer: अनियंत्रित सेल्स ग्रोथ से कैंसर जन्म लेता है। हालांकि, कई बार गांठ बनने का कारण भी अनिंयित्रत सेल्स ग्रोथ ही होती है। आपको बता दे कैंसर की सबसे खराब बात यही है कि इसकी प्राइमरी स्टेज में जानकारी नहीं हो पाती और जब जानकारी होती है, तब तक काफी देर हो चुकी होती है। आज हम आपको ऐसे ही कैंसर के बारे में बताने जा रहे हैं। दरअसल Colon Cancer से बचाव के लिए लक्षणों पर गौर करने की जरूरत है।
आपको बता दे डॉक्टरों का कहना है कि Colon Cancer को पहचानने वाले कोई कारक नहीं है। लेकिन कुछ ऐसे हैं, जिनसे पेट के कैंसर होने का खतरा बहुत अधिक बढ़ जाता है।
1. तम्बाकू अधिक खाने से पेट का कैंसर हो सकता है।
2. अधिक मोटापे से कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
3. अधिक साल्टी खाने वालों को कैंसर का खतरा अधिक देखा गया है।
4. खराब लाइफ स्टाइल, शराब का सेवन, खराब भोजन से भी कैंसर होने का खतरा रहता है।
5. पेट में लगातार इंफेक्शन बना है तो यह भी कैंसर की शुरुआत हो सकती है।
डॉक्टरों का कहना है कि Colon Cancer और Gastric Problem दोनों अलग अलग हैं। बता दे कई बार दोनों के लक्षण एक जैसे उभर आते हैं। पेट में जब कैंसर कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से फैलता है और पेट में तेजी से बढ़ता है। तब इसे गैस्ट्रिक कैंसर भी कहा जाता है। जबकि गैस की समस्या में पेट का एसिड मुंह में आना, पेट में जलन होना, गैस बनना आदि शामिल होते हैं। यह स्थिति जानलेवा नहीं हो पाती है। जबकि पेट का कैंसर मैटास्टेटिस अवस्था में पहुंचने पर जानलेवा हो जाता है।
पेट का कैंसर का इलाज उसकी स्टेज के आधार पर तय किया जाता है। दवाओं की डोज भी उसी आधार पर तय होती है। बता दे इलाज में रेडिकल सर्जरी, कीमोथेरपी, रेडियोथेरेपी, इम्यूनोथेरेपी शामिल हैं। डॉक्टरों का कहना है कि यदि रोगी का तेजी से वजन गिर रहा है, पेट में सूजन और दवा खाने के बाद भी उल्टी हो रही हैं। हीमोग्लोबिन लेवल गिर रहा है तो यह कैंसर का इंडीकेशन हो सकता है।
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