मानसून के इस मौसम में अच्छी वर्षा तो होती है लेकिन साथ ही बैक्टीरिया भी ज्यादा पनपते हैं, जिससे बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इसीलिए इस समय खानपान का खास ध्यान रखने की जरूरत होती है। अगर आहार अच्छा न हो तो इन्युनिटी कमजोर हो जाती है, जिससे आपको सर्दी-खांसी और इन्फेक्शन हो सकता है। इस मौसम में विटामिंस, प्रोटीन, बीटा कैरोटीन, मैग्नीशियम, जिंक, आयरन, प्रोबायोटिक, सेलेनियम, फॉलिक एसिड जैसे सभी न्यूट्रिशन से भरपूर आहार खाना चाहिए।
हरी व पत्तेदार सब्जियां हमारी सेहत के लिए फायदेमंद तो होती है मगर विशेषज्ञों का कहना है कि बारिश के मौसम में इनसे परहेज करना चाहिए क्योंकि बारिश में मॉयस्चर और ह्यूमिडिटी से हरी सब्जियों की पत्तियों पर रोगाणु पनप सकते हैं।
मानसून का समय फिश और प्रॉन्स के लिए ब्रीडिंग का होता है, तो साल के इन दिनों में सी-फूड का सेवन बिल्कुल न करें। इस मौसम में ऐसी चीज़ों खाएं, जो वात को शांत करते हों। जैसे- पुराना अनाज गेहूं, जौ और साठी चावल, सरसों, राई, खिचड़ी का सेवन करें।
डेयरी प्रोडक्ट में नमी के कारण बैक्टीरिया पनपने की आशंका रहती है, जिससे पाचनतंत्र प्रभावित हो सकता है। इस मौसम में कच्चा दूध नहीं पीना चाहिए। अगर दूध पीना भी हो तो उसे उबालकर गुनगुना पीएं। जिन लोगों को उल्टी-दस्त की समस्या हुई हो, वो इसके सेवन से खासतौर से बचें।
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