इंडिया न्यूज, Motivational Story: सिखने की अगर कुछ चाहत हो तो हमें दुनिया की कोई ताकत नही रोक सकती है। 53 की उम्र में एक महिला ने 37 साल पहले स्कूल छोड़ा था और अब 53 की उम्र में 10वीं पास की उन्होंने बताया की कैसे मेरी पढ़ाई अधूरी छुट गई थी। ऐसे में अपने भाई-बहनों की पढ़ाई जारी रखने के लिए उन्होंने अपनी पढ़ाई छोड़ दी और काम करना शुरू कर दिया। उनकी जिन्दगीं में बहुत ज्यादा उतार चढ़ाव आए।
कल्पना ने सुन्ंदर सी कहानी के उन पेहलूओं के बारे में बताया है। दुनिया में हर मां-बाप का सपना होता है। जो अपने बच्चों को खुद से भी आगे बढ़ते देखना चाहते है। जब बच्चे अपने जीवन में कुछ अच्छा करते है। तो मां-बाप को उनपर गर्व होता है,और उन्हें बहुत खुशी होती है। लेकिन आज हम आपको ऐसे बेटे के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसने अपनी मां की मार्कशीट शेयर करते हुए उनकी सक्सेस स्टोरी दुनिया को बताई है।
कल्पना के बेटे प्रसाद जम्भाले मास्टरकार्ड में इंजीनियर है। प्रसाद ने सोशल नेटवर्किंग प्लेफॉर्म पर अपनी मां कल्पना की कहानी शेयर की है। उन्होंने बताया कि मेरी मां ने सेकेंडरी स्कूल सर्टिफिकेट पास कर लिया बेटे की मां ने साबित कर दिया कि जिंदगी में कभी भी सीखा जा सकता है। सिखने की कोई उम्र नही होती है और मेहनत से इंसान कोई भी कार्य को कर सकता है।
प्रसाद ने कहानी बताते हुए कहा की अपने भाई-बहनों की पढ़ाई को न रोकते हुए अपनी पढ़ाई छोड़ दी और काम करना शुरू कर दिया। पिछले साल मेरी मां एक सरकारी स्कूल में किसी काम से गई हुई थी उन्होंने किसी काम को लेकर बात करने लगी तभी वहां एक टीचर ने उनसे उनकी पढ़ाई के बारे में पूछा जब टीचर को ये पता चला कि मेरी मां ने 10वीं पास नहीं की है। तो टीचर ने बताया कि एक सरकारी स्कीम के तहत वे अपनी दसवीं की परीक्षा दोबारा दे सकती है।आफलाइन,आनलाइन ट्रेनिंग, किताबें आदि सभी का खर्चा सरकार ही उठाएगी।
कल्पना ने पिछले साल दिसंबर से फिर से पढ़ाई करना शुरू कर दिया है। और यी बात इस को उन्होंने मुझसे छिपाया मैं आयरलैंड में रहता हूं मुझे भी इस बारे में अभी हाल ही में पता चला जब उसकी परीक्षा से पहले मेरी शादी होने वाली थी। जब वह रात के समय फोन करता था, मैं पूछता था कि मां कहां है। तो मुझे बताया जाता कि वह घूमने गई है। सुनने में बड़ा अजीब लगता है कि उसे घूमने में इतनी दिलचस्पी है। मुझे नहीं पता था कि वो रात के वक्त स्कूल में जा रही थी वो एक ही छत के नीचे रहने वाले मेरे पिता और भाई से एक महीने तक इस राज को छुपाने में सफल रही।
79.60 प्रतिशत नंबरों से पास की 10वीं
प्रसाद उनके बेटे ने बताया जब मैं एक दिन भारत वापस आया तो उनका अपनी मां की नोटबुक देखकर जिसे हैरान रह गया वो हर सब्जेक्ट में काफी अच्छी है। सभी सब्जेक्ट में माँ अच्छे अंक प्राप्त किए हुए थे। कल्पना ने न सिर्फ 10वीं पास की बल्कि 79.60 प्रतिशत अंक प्राप्त किए। प्रसाद ने लिखा कि उन्हें अपनी मां पर बहुत गर्व है।