Walking Barefoot: सुबह-सुबह नर्म घास पर चलने के अलावा मिट्टी और रेत पर भी चलना चाहिए। सुबह-शाम करीब 15-20 मिनट तक घास पर नंगे पांव पर चलने से हर तरह से फायदा होता है। हेल्थ के लिहाज से घास पर चलने के कई लाभ हैं। जी हां, चंगे पैर चलने से आपकी इम्यूनिटी बूस्ट होती है और इसके साथ ही मानसिक तनाव भी कम होता है।
नंगे पैर चलने से आपके पैरों को खुली हवा मिलती है। पैरों को भरपूर रूप से ऑक्सीजन मिलता है, इससे शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है। जिससे थकान और दर्द को कम करने में मदद मिल सकती है।
ग्रीन थेरेपी का मुख्य अंग है हरी-भरी घास पर नंगे पैर चलना या बैठना। सुबह-सुबह ओस में भीगी घास पर चलना बहुत बेहतर माना जाता है। जो पांवों के नीचे की कोमल कोशिकाओं से जुड़ी तंत्रिकाओं द्वारा मस्तिष्क तक राहत पहुंचाता है।
मधुमेह रोगियों के लिए हरियाली के बीच बैठना, टहलना और उसे देखना बहुत अच्छा माना जाता है। ऐसे लोगों में कोई भी घाव आसानी से नहीं भरता, परंतु मधुमेह रोगी यदि हरियाली के बीच रह कर नियमित गहरी सांस लेते हुए टहले तो शरीर में ऑक्सीजन की पूर्ति होने से समस्या से निजात पाया जा सकता है।
नंगे पैर चलने से शरीर की मांसपेशियां सक्रिय होती है। पैरों में चप्पल या जूते होने पर आपको काफी बंधा सा महसूस होता है। ऐसे में जब आप नंगे पैर रहते हैं तो काफी खुला सा महसूस होता है, जिससे आपके पैर के साथ-साथ शरीर के अन्य अंग भी एक्टिव होते हैं।
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