India News(इंडिया न्यूज़), Mohammed Shami: मोहम्मद शमी ने एक बार कहा था, ‘अगर मुझे मेरे परिवार का समर्थन नहीं मिलता तो मैं क्रिकेट छोड़ देता। ‘मैंने तीन बार आत्महत्या करने के बारे में सोचा।’ शमी इस विश्व कप में पूरे फॉर्म में नजर आ रहे हैं। उन्होंने इस टूर्नामेंट में 23 विकेट लिए हैं। जबकि पहले 4 मैचों में उन्हें प्लेइंग इलेवन में मौका नहीं मिला था। लेकिन जब शमी लौटे तो ऐसी वापसी की कि हर कोई देखता रह गया। हालांकि, इस मुकाम तक पहुंचने से पहले शमी को कई परेशानियों का सामना करना पड़ा।
शमी को कभी गद्दार कहा गया तो कभी उन पर बेवफाई का आरोप लगाया गया। शमी पर कई बार धर्म के आधार पर भी हमले हुए। शमी इतने परेशान हो गए थे कि वह आत्महत्या करने के बारे में सोच रहे थे। बात साल 2021 में हुए टी20 वर्ल्ड कप की है जब भारत पाकिस्तान के हाथों बुरी तरह हार गया था। इस मैच के बाद कई सोशल मीडिया यूजर्स ने शमी को ट्रोल किया और उन्हें गद्दार तक कह डाला।
मोहम्मद शमी पर बेवफाई का भी आरोप लगा। ये आरोप उन्हीं की पत्नी हसीन जहां ने लगाए हैं। इसके अलावा हसीन जहां ने शमी पर कई आपराधिक मामले भी दर्ज कराए थे। शमी चुपचाप सबकुछ सहते रहे। कोरोना काल के दौरान शमी ने रोहित शर्मा के साथ ऑनलाइन लाइव चैट के दौरान बताया था कि वह इन सब चीजों से इतना परेशान हो गए थे कि उनके मन में आत्महत्या के ख्याल आने लगे थे। शमी के मुताबिक, उन्होंने तीन बार आत्महत्या करने के बारे में सोचा।
शमी का कहना है कि उस बुरे वक्त में उनका परिवार चट्टान की तरह उनके साथ खड़ा रहा। शमी ने भी दोबारा वापसी करने के बारे में सोचा। खूब मेहनत करने लगा। उसने खुद को गर्म लोहे की तरह तपा लिया। शमी की वापसी के बाद उन्होंने ऐसे मौकों पर भारत के लिए विकेट लिए कि हर कोई खुशी से झूम उठा। वही लोग तालियां बजाने पर मजबूर हो गए जिन्होंने कभी शमी को गद्दार और नालायक कहा था। इसीलिए आज लोग ये भी कह रहे हैं कि मोहम्मद शमी बनना आसान नहीं है।
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