पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच में जुटी ईडी ने बुधवार को पश्चिम बंगाल सरकार में मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी के दूसरे फ्लैट पर छापा मारा। जिसमें ईडी ने 28.90 करोड़ रुपए कैश और 5 किलो सोना बरामद किया। इस रकम की गिनती के लिए ईडी अधिकारियों को 10 घंटे लगे, इसके लिए तीन नोट गिनने की मशीनें भी मंगाई गई थीं। हैरानी वाली बात तो ये है कि अर्पिता ने ये कैश अपने फ्लैट के टॉयलेट में छिपा रखा था।
मिली हुई जानकारी के अनुसार मुखर्जी ने ही ईडी को कोलकाता के पास अपनी संपत्ति की जानकारी दी है। ईडी को अर्पिता के एक और फ्लैट से कैश का पहाड़ मिला, जिसके बाद ED के अफसरों ने बैंक के अधिकारियों को फ्लैट पर बुलाया। कैश इतना ज्यादा था उन्हें गिनने के लिए पांच मशीने मंगाई गईं।
ईडी ने अर्पिता मुखर्जी के बेलघरिया इलाके में दो फ्लैट पर छापेमारी की। एक फ्लैट से करोड़ों रुपये का कैश और 2 करोड़ के गहने मिले। फ्लैट की तलाशी करते वक्त कई अहम दस्तावेज भी बरामद हुए। बरामद किए गए कैश को सरकारी खजाने तक पहुंचाने के लिए कई बक्से मंगाए और एक एक ट्रक से लाया गया था।
इस घोटाले के सामने आने के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के लिए एक बड़ी मुसीबत खड़ी हो गई है। पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी होने की वजह से ममता को कटघरे ला खड़ा होना पड़ रहा है। बीजेपी नेता दिलीप घोष ने दावा किया है कि शिक्षक घोटाला 40-50 करोड़ का नहीं बल्कि 1000 करोड़ से भी ज्यादा का है। इस घोटाले के खिलाफ बंगाल बीजेपी दोपहर 1 बजे कॉलेज स्क्वॉयर के धर्मतल्ला तक मार्च करेगी। आज रैली निकालेगी।
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