Action on Rahul Gandhi: केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने सोमवार को मीडिया से बातचीत के दौरान कहा है कि सदन के नियमों के उल्लघन के आरोप में राहुल गांधी के खिलाफ कार्रवाई की होगी। उन्होंने कहा कि जिस तरह से गत दिनों राष्ट्रपति के धन्यवाद अभिभाषण के दौरान उन्होंने पीएम के छवि को धूमिल करने की कोशिश की, बिना सबूत के बेबुनियाद आरोप मढ़ते गए , ये सरासर सदन और देश के 130 करोड़ लोगों का अपमान है। दरअसल, बीजेपी नेता और सांसद निशिकांत दुबे ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान के बाद उन्हें सबूत पेश करने के संबंध में लोकसभा स्पीकर को एक नोटिस लिखा है, जिसमें उन्होंने उनकी सदस्यता रद्द करने की मांग की है। बीजेपी नेता निशिकांत दुबे लोकसभा में दिए गए राहुल गांधी के उस भाषण से काफी भड़के हुए हैं, जिसमें राहुल गांधी ने गत दिनों ने हिंडनबर्ग रिपोर्ट में अदाणी समूह पर लगाए गए आरोपों का जिक्र करते हुए पीएम मोदी पर भी उंगली उठाई थी।
बीजेपी सांसद दुबे ने आरोप लगाते हुए कहा है कि राहुल गांधी ने लोकसभा में दिए अपने भाषण में प्रधानमंत्री मोदी पर बेबुनियाद इल्जाम लगाए हैं। बीजेपी सांसद का दावा है कि राहुल गांधी ने अगर 15 फरवरी तक अपने आरोपों के समर्थन में सबूत पेश नहीं किए, तो उनकी संसद सदस्यता छीन ली जाएगी। साथ ही दुबे का यह भी कहना है कि राहुल गांधी की संसद सदस्यता सिर्फ तभी बच सकती है, अगर वे पीएम मोदी पर लगाए गए आरोपों के लिए सरेआम माफी मांग लें।
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने गत दिनों राष्ट्रपति के अभिभाषण का धन्यवाद के संबोधन में पीएम मोदी से अदाणी मामले को लेकर कई तीखे सवाल किए। राहुल गांधी ने कहा कि अदानी ग्रुप किसी भी बिजनेस में एंट्री कर लेता है और बिना फेल हुए सफलता भी पा लेता है। उन्होंने कहा, “अदानी पहले एक दो बिजनेस करते थे लेकिन अब ये आठ-दस सेक्टर में काम करते हैं। प्रधानमंत्री से सवाल करते हुए राहुल ने पूछा, “2014 में अदानी जी का नेट वर्थ आठ बिलियन डॉलर था वो 2022 में 140 बिलियन डॉलर कैसे हुआ?” “2014 में दुनिया की सबसे अमीर लोगों की लिस्ट में अदानी 609 नंबर पर थे। पीछे बिल्कुल, पता नहीं, जादू हुआ और दूसरे नंबर पर पहुंच गए।” उन्होंने कहा, “असली जादू तब शुरू होता है जब प्रधानमंत्री जी दिल्ली आते हैं. 2014 में असली जादू शुरू होता है. 2014 में 609 नंबर पर थे और कुछ ही सालों में दूसरे पर आ गए।” इन तमाम आरोपों के बाद अब बीजेपी, राहुल गांधी से इसके सबूत पेश करने की मांग कर रही है।