85th plenary session: कांग्रेस पूर्ण अधिवेशन के तीसरे और अंतिम दिन कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल और प्रियंका गांधी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित कर कहा कि यात्रा के बाद कांग्रेस पार्टी मजबूत हुई है, और देश के आम नागरिकों की उनसे उम्मीदें बढ़ी हैं। संबोधन करते हुए राहुल गांधी ने मुख्य रूप से भारत जोड़ो यात्रा का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि “भारत जोड़ो यात्रा” के दौरान मैंने बहुत कुछ सीखा। मैं अपने देश के लिए कन्याकुमारी से कश्मीर तक पैदल चला। यात्रा के दौरान हजारों लोग मुझसे और पार्टी से जुड़े। मैंने किसानों की सभी समस्याओं को सुना और उनके दर्द को महसूस किया।
कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि यात्रा से पहले वह पूरी तरह फिट थे, 10-12 किलोमीटर आसानी से दौड़ सकते थे, परन्तु यात्रा से कुछ समय पहले मुझे चोट के कारण घुटने की समस्या थी जिसको लेकर वह कुछ दिनों तक परेशान रहे, हालांकि उन्होंने कहा कि उनका दर्द कुछ समय बाद सही हो गया था, लेकिन यात्रा करने के कुछ दिन बाद उनकी उनकी परेशानी बढ़ती हुई महसूस हुई। उन्होंने कहा कि इस बात को लेकर उन्हें चिंता होने लगी, लेकिन उसके जो कुछ हुआ को किसी चमत्कार से कम नहीं था। उन्होंने भारत माता का जिक्र कर कहा कि उन्होंने मुझे संदेश दिया कि अपने दर्द को भूलकर आगे बढ़ो, और उस दौरान मैं ऐसे कई लोगों से मिला जिनकी पीड़ा मुझसे कई गुणा ज्यादा थी। फिर मैने इस दर्द का मुकाबला करने का प्रण लिया और कुछ दिनों बाद मैं बिना दर्द महसूस किए चलने लगा।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी आगे अदाणी मामले का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि मोदी और अदाणी दोनों एक हैं, प्रधानमंत्री देश की जनता से काफी कुछ छिपा रहे हैं। मैने इस संबंंध में उनसे संसद सत्र के दौरान सवाल किया, उम्मीद कि, वह इसका जवाब देंगे, लेकिन उन्होंने अपने भाषण में इसका जवाब देने के बजाय अदाणी का बचाव किया। पीएम के अलावा उनके बचाव में बीजेपी के अन्य सांसद भी सदन के भीतर उनका समर्थन करने लगे। गांधी ने कहा, “संसद में अदाणी के बारे में कोई सवाल नहीं पूछ सकता… हम तब तक सवाल पूछते रहेंगे, जब तक सच्चाई सामने नहीं आ जाती।”
राहुल गांधी ने विदेश मंत्री के हाल के बयान का जिक्र कर कहा कि एक मंत्री बोल रहा है कि चीन की इकॉनमी हमसे बड़ी है इसलिए हम उनसे लड़ाई मोल नहीं ले सकते हैं। उन्होंने इस बयान की आलोचना करते हुए कहा कि इसे देशभक्ति कहते हैं क्या। ये कौन सी देशभक्ति है। क्या जब अंग्रेजों से लड़ रहे थे, तो हमारी इकॉनमी उनसे बड़ी थी। उन्होंने कहा- जो कमजोर है, उसे मारो और जो मजबूत है उसके सामने झुक जाओ। महात्मा गांधी सत्याग्रह की बात कहते थे। सत्य के रास्ते को कभी मत छोड़ो। ये लोग सत्ता के लिए कुछ भी करेंगे। किसी से भी मिल जाएंगे। ये इनकी सच्चाई है।
प्रियंका गांधी ने अपने संबोधन में कहा कि भारत जोड़ो यात्रा देश की विचारधारा को बचाने के लिए किया गया। उन्होंने कहा कि यह यात्रा ऐसे समय में की गई जब देश मे नफरत को बढ़ावा दिया जा रहा था, समाज को धर्म के नाम पर बांटने की राजनीति की जा रही थी, हिंसा को उचित ठहराया जा रहा था। ऐसे वक्त में जब देश की मूल भावना को ठेस पहुंचाने का कार्य किया जा रहा था, तब कांग्रेस पार्टी ने इसका बचाव करने के लिए अबतक का सबसे बड़ा फैसला लिया गया। यह फैसला कठिन था लेकिन कांग्रेस पार्टी के कार्यकार्ताओं के मनोबल के सामने यह बात साधारण थी।
प्रियंका गांधी ने आगे बीजेपी के नीतिओं की आलोचना करते हुए कहा कि चुनाव के दौरान ऐसे मुद्दे उठाए जाते हैं जो जनता के लिए प्रासंगिक नहीं होते। राजनीति इस बात पर होनी चाहिए कि बेरोजगारी से कैसे निपटा जाए, जीडीपी को कैसे मजबूत किया जाए, हमारी अर्थव्यवस्था को कैसे आगे बढ़ाया जाए, लेकिन बीजेपी इन सबसे उलट समाज में धार्मिक उन्माद, मंदिर-मस्जिद और ऐसे मुद्दों पर राजनीति करती है जिससे जनता को कोई लाभ नहीं। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने कई बार हमारे पार्टी के नेताओं को तोड़ने का, झूठे आरोपों में फंसाकर गिरफ्तार करने का प्रयास किया, बीजेपी ने हम पर छापे मारे लेकिन हम मजबूती से खड़े हैं।