India News(इंडिया न्यूज़), Arun Yogiraj: 500 साल के इंतजार के बाद आखिरकार रामलला अयोध्या के राम मंदिर में विराजमान हो गए हैं। वहीं, नवनिर्मित राम मंदिर की शोभा बढ़ाने वाली रामलला की मूर्ति के मूर्तिकार अरुण योगीराज बुधवार को बेंगलुरु स्थित अपने घर पहुंचे, जहां उनका जोरदार स्वागत किया गया। मूर्तिकार की पत्नी ने आते ही खुशी जाहिर की और कहा कि छह महीने तक घर से दूर रहना उनके लिए बहुत कठिन समय था।
योगीराज की मूर्ति अयोध्या मंदिर ट्रस्ट द्वारा चयनित तीन फाइनलिस्टों में से एक थी। योगीराज ने आगे कहा, ‘लोग मुझे जो प्यार दिखा रहे हैं, उसके लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं। मैं इस अवसर के लिए भगवान का बहुत आभारी हूं। भगवान राम की मूर्ति बनाने में इस्तेमाल किया गया पत्थर मैसूर जिले का है। मुझे लगता है कि यह भगवान राम का आशीर्वाद है कि मुझे मौका मिला।’ मैं पृथ्वी पर सबसे भाग्यशाली आदमी हूं। मेरे पूर्वजों, परिवार के सदस्यों और भगवान रामलला का आशीर्वाद हमेशा मेरे साथ रहा है। कभी-कभी मुझे ऐसा लगता है जैसे मैं किसी स्वप्न की दुनिया में हूं। यह मेरे लिए सबसे बड़ा दिन है।
जब योगीराज केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचे तो बड़ी संख्या में भाजपा समर्थक फूल मालाओं के साथ उनका स्वागत करने के लिए एकत्र हुए। उन्होंने ‘जय श्री राम’ और ‘योगीराज अमर रहें’ के नारों के बीच उन पर पुष्प वर्षा की। बाहर बड़ी संख्या में मीडिया समूह जमा थे। पुलिस द्वारा उनके स्वागत के लिए एकत्र हुए मीडियाकर्मियों और जनता को पीछे धकेलने के बाद अराजकता फैल गई। उनका इंटरव्यू लेने के लिए मीडियाकर्मियों और शहर पुलिस के बीच होड़ मच गई। सीआईएसएफ कर्मियों ने उन्हें टर्मिनल से बाहर निकाला।
इसे भी पढ़े: