Arvind Kejriwal: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार, 11 फरवरी को एसबीवी रॉउस एवेन्यू गवर्नमेंट स्कूल में आयोजित ‘एक्सपीरियंस शेयरिंग सेशन’ में विदेश से ट्रेनिंग लेकर आए दिल्ली और पंजाब सरकार के स्कूलों के प्रधानाचार्यों का अनुभव जाना है। इस दौरान पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी उनके साथ मौजूद थे।
इस मौके पर सीएम केजरीवाल ने कहा कि “दिल्ली के बाद अब पंजाब में भी शिक्षा क्रांति की शुरूआत हो गई है।” हमें मिलकर दिल्ली व पंजाब के स्कूलों को दुनिया का ‘बेस्ट स्कूल’ बनाना है। उन्होनें कहा कि आम आदमी पार्टी के सबसे पहली प्राथमिकता ‘शिक्षा’ है।
सीएम ने अपने संबोधन में कहा, “पिछले 75 साल में पंजाब में किसी भी सरकार ने टीचर्स को विदेश ट्रेनिंग के लिए नहीं भेजा होगा। क्योंकि उनकी प्राथमिकता में शिक्षा नहीं थी।” पंजाब की ‘‘आप’’ सरकार ने अपने प्रिंसिपल को ट्रेनिंग के लिए सिंगापुर भेजा और देश को यह संदेश दिया कि हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता शिक्षा है।
वहीं दिल्ली की शिक्षा प्रणाली का रुख करते हुए सीएम ने कहा कि “दिल्ली में शिक्षा प्रणाली को सुधारना और ठीक करना बहुत मुश्किल काम था।” उन्होंने आगे कहा कि दिल्ली में सबसे पहले शिक्षा के बुनियादी ढांचे पर जोर दिया गया और फिर ‘आप’ सरकार ने शिक्षकों और प्रधानाध्यापकों के प्रशिक्षण पर ध्यान केंद्रित किया।
सीएम केजरीवाल ने कहा, ‘‘सरकार बेहतरीन स्कूल और शिक्षा दे सकती है, लेकिन इरादे और प्राथमिकताएं मायने रखती हैं और शिक्षा हमारी प्राथमिकता है। हमें दिल्ली में ऐसा करने में 7 साल लग गए लेकिन पंजाब में कम समय लगेगा।’’
वहीं, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इस मौके पर कहा कि “दिल्ली-पंजाब के बीच एग्रीमेंट हुआ था कि हम एक-दूसरे से ज्ञान साझा करेंगे, ताकि अच्छा परिणाम आए।” मैं उम्मीद करता हूं कि हमारे टीचर्स ऐसे कोच बनेंगे कि उनके पढ़ाए हुए बच्चे सफल होकर विश्व में देश का नाम रौशन करें।
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