Atiq Update: पुलिस सुरक्षा के बीच माफिया एवं पूर्व सांसद अतीक अहमद की तीन युवकों ने शनिवार रात हत्या कर दी. हत्या के बाद कानून व्यवस्था पर काबू पाने के लिए यूपी के सभी जिलों में धारा 144 लागू कर दी गई है. संवेदनशील इलाकों में पुलिस मार्च कर रही है, जिससे माहौल गराब होनो पाए. वहीं हत्या के समय मौजूद 17 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया. वहीं राजनीतिक पार्टियों की तरफ से इस घटना को शर्मसार करना वाली बताई जा रही है. सभी राजनीतिक दलों के नेता ने इस घटना पर अपनी प्रतिक्रिया दी है-
अखिलेश यादव ने कहा ऐसा-
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि “उप्र में अपराध की पराकाष्ठा हो गयी है और अपराधियों के हौसले बुलंद है। जब पुलिस के सुरक्षा घेरे के बीच सरेआम गोलीबारी करके किसीकी हत्या की जा सकती है तो आम जनता की सुरक्षा का क्या। इससे जनता के बीच भय का वातावरण बन रहा है, ऐसा लगता है कुछ लोग जानबूझकर ऐसा वातावरण बना रहे हैं।”
उप्र में अपराध की पराकाष्ठा हो गयी है और अपराधियों के हौसले बुलंद है। जब पुलिस के सुरक्षा घेरे के बीच सरेआम गोलीबारी करके किसीकी हत्या की जा सकती है तो आम जनता की सुरक्षा का क्या। इससे जनता के बीच भय का वातावरण बन रहा है, ऐसा लगता है कुछ लोग जानबूझकर ऐसा वातावरण बना रहे हैं।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) April 15, 2023
संविधान को ध्वस्त करते हैं-
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, “देश का संविधान उन लोगों ने बनाया है जो आज़ादी के लिए लड़े थे. हमारा इसी संविधान और क़ानून को सर्वोच्च स्थान प्राप्त है. इससे खिलवाड़ करने की अनुमति किसी को नहीं दी जा सकती है. अपराधी की सजा का फ़ैसले का अधिकार न्यायपालिका का है. ये अधिकार किसी सरकार को, किसी नेता को या क़ानून का उल्लंघन करने वाले व्यक्तियों को नहीं दिया जा सकता है. गोली-तंत्र और भीड़ तंत्र की वकालत करने वाले केवल संविधान को ध्वस्त करते हैं.”
अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए-
इस घटना पर कांग्रेस नेता प्रियांका गाधी ने ट्वीट करते हुए कहा कि ” हमारे देश का क़ानून संविधान में लिखा गया है, यह क़ानून सर्वोपरि है। अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए, मगर देश के क़ानून के तहत होनी चाहिए। किसी भी सियासी मक़सद से क़ानून के राज और न्यायिक प्रक्रिया से खिलवाड़ करना या उसका उल्लंघन करना हमारे लोकतंत्र के लिए सही नहीं है। जो भी ऐसा करता है, या ऐसे करने वालों को सरंक्षण देता है, उसे भी ज़िम्मेदार ठहराया जाना चाहिए और उस पर भी सख्ती से क़ानून लागू होना चाहिए। देश में न्याय व्यवस्था और कानून के राज का इकबाल बुलंद हो, यही हम सबकी कोशिश होनी चाहिए।
हमारे देश का क़ानून संविधान में लिखा गया है, यह क़ानून सर्वोपरि है। अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए, मगर देश के क़ानून के तहत होनी चाहिए।
किसी भी सियासी मक़सद से क़ानून के राज और न्यायिक प्रक्रिया से खिलवाड़ करना या उसका उल्लंघन करना हमारे लोकतंत्र के लिए सही नहीं है।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) April 16, 2023
एनकाउंटर प्रदेश बन गया है-
मायावती ने इस हत्या पर प्रश्ननचिन्ह लगाते हुए कहा कि “. गुजरात जेल से अतीक अहमद व बरेली जेल से लाए गए उनके भाई अशरफ की प्रयागराज में कल रात पुलिस हिरासत में ही खुलेआम गोली मारकर हुई हत्या, उमेश पाल जघन्य हत्याकाण्ड की तरह ही, यूपी सरकार की कानून-व्यवस्था व उसकी कार्यप्रणाली पर अनेकों गंभीर प्रश्नचिन्ह खड़े करती है।” आगे उन्होंने कहा कि “देश भर में चर्चित इस अति-गंभीर व अति-चिन्तनीय घटना का माननीय सुप्रीम कोर्ट अगर स्वंय ही संज्ञान लेकर उचित कार्रवाई करे तो बेहतर। वैसे भी उत्तर प्रदेश में ’’कानून द्वारा कानून के राज’’ के बजाय, अब इसका इण्काउण्टर प्रदेश बन जाना कितना उचित? सोचने की बात।”
1. गुजरात जेल से अतीक अहमद व बरेली जेल से लाए गए उनके भाई अशरफ की प्रयागराज में कल रात पुलिस हिरासत में ही खुलेआम गोली मारकर हुई हत्या, उमेश पाल जघन्य हत्याकाण्ड की तरह ही, यूपी सरकार की कानून-व्यवस्था व उसकी कार्यप्रणाली पर अनेकों गंभीर प्रश्नचिन्ह खड़े करती है।
— Mayawati (@Mayawati) April 16, 2023
आप गोली मारकर धार्मिक नारा क्यों लगा रहे हैं-
ओवैसी ने सरकार पर निशाना साधते हुए एवं हत्या करने वाले युवको के लिए कहा कि “आप गोली मारकर धार्मिक नारा क्यों लगा रहे हैं? इनको आतंकवादी नहीं कहेंगे तो देश भक्त कहेंगे? क्या यह (भाजपा) फूल का हार पहनाएंगे? जो लोग एनकाउंटर का जश्न मना रहे थे, शर्म से ढूब मरो तुम लोग” ओवैसी ने आगे कहा कि इस मामले में सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में एक कमेटी बननी चाहिए. मैं सुप्रीम कोर्ट से गुज़ारिश करता हूं वह इसका स्वत: संज्ञान ले और इस पर एक समय सीमा में जांच होनी चाहिए. इस कमेटी में उत्तर प्रदेश का कोई भी अधिकारी न हो क्योंकि उनकी मौजूदगी में यह हत्या हुई है. “मैं शुरू से कह रहा था कि उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार क़ानून के मुताबिक नहीं बल्कि बंदूक के दम पर चल रही है. हम लोग इसी बात को दोहरा रहे थे लेकिन सबको लगता था कि हम हवाई बातें कर रहे हैं.”
आप गोली मारकर धार्मिक नारा क्यों लगा रहे हैं? इनको आतंकवादी नहीं कहेंगे तो देश भक्त कहेंगे? क्या यह (भाजपा) फूल का हार पहनाएंगे? जो लोग एनकाउंटर का जश्न मना रहे थे, शर्म से ढूब मरो तुम लोग: AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी pic.twitter.com/2dzF1urjSe
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 16, 2023
यह एक चतुर रणनीति है-
महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट करके यह कहा कि “उत्तर प्रदेश अराजकता और जंगलराज में फिसल गया है. जय श्रीराम के नारों के बीच कट्टर दक्षिणपंथियों की ओर से जघन्य हत्याओं और अराजकता का जश्न मनाया जा रहा है. सत्यपाल मलिक के पुलवामा हमले और भ्रष्टाचार के बारे में चौंकाने वाले खुलासे से ध्यान भटकाने के लिए यह एक चतुर रणनीति है”
UP has slipped into anarchy & jungle raj. Cold blooded murders & lawlessness is being celebrated by rabid right wingers amidst slogans of Jai Shri Ram. A clever diversionary tactic to shift attention from Satyapal Malik’s damning revelations about Pulwama attack & corruption. https://t.co/Ovrjl9JdQB
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) April 16, 2023
भाजपा ने भारत को माफिया गणराज्य बना दिया है-
महुआ मोईत्रा ने कहा कि “भाजपा ने भारत को माफिया गणराज्य बना दिया है। मैं इसे यहां कहूंगा, मैं इसे विदेश में कहूंगा, मैं इसे हर जगह कहूंगा क्योंकि यह सत्य है। एक अरब पुलिसकर्मियों और कैमरों के सामने हिरासत में 2 लोगों की गोली मारकर हत्या – यह कानून के शासन की मौत है।
BJP has turned India into a mafia republic.
I will say it here, I will say it abroad, I will say it everywhere because it is the truth.2 men in custody shot dead in front of a zillion policemen & cameras – this is the death of the rule of law.
— Mahua Moitra (@MahuaMoitra) April 16, 2023
12 सेकेंड में दो हत्याएं हुई है-
अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की प्रयागराज में भारी सुरक्षा के बीच हत्या कर दी गई. इसपर विपक्षी पार्टियां लगातार योगी सरकार पर सवाल उठा रही है. वरिष्ठ नेता और मशहूर वकील कपिल सिब्बल ने कहा कि यूपी में 12 सेकेंड में दो हत्याएं हुई है. पहला अतीक अहमद और उसके भाई की और दूसरा रूल ऑफ लॉ की.
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देश देख रहा है कि यूपी में क्या हो रहा है-
अतीक अहमद और अशरफ अहमद की हत्या पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, “देश देख रहा है कि यूपी में क्या हो रहा है. ऐसा किसी के साथ हो सकता है जो वहां हो रहा है यह आसान काम है, मुश्किल काम कानून का राज कायम करना है. उत्तर प्रदेश में जो हो रहा है वह देश देख रहा है. कानून का राज नहीं रहेगा तो यह घटनाएं किसी के भी साथ हो सकती हैं। यूपी में जो हुआ वह आसान है लेकिन क़ानून व्यवस्था को बनाए रखना मुश्किल है.”
लॉ एंड ऑर्डर पर सवाल खड़े होते हैं-
उद्धव ठाकरे गुट के नेता संजय राउत ने कहा, ‘ये एक राज्य का विषय है. किसी और राज्य की कानून व्यवस्था पर बयान देना सही नहीं है. दिनदहाड़े पुलिस के बंदोबस्त के बीच अगर हत्या होती है तो यह गंभीर विषय है. लॉ एंड ऑर्डर पर सवाल खड़े होते हैं, चाहे वह माफिया ही क्यों न हो.’