नई दिल्ली। भारत में कई इलाके ऐसे है जहां दूसरे देशों के साथ में कई राज्यों की सीमा साझा होती है। अब इन्हीं इलाकों को लेकर डेमोग्राफी बदलाव की बात चल रही है। दूसरे देशों के साथ सीमा साझा करने वाले राज्यों के बॉडर वाले इलाकों में तेजी से डेमोग्राफी में बदलाव देखने को मिल रहा है। राज्यों के बॉडर वाले इलाकों में बदलावों को देखते हुए केंद्र सरकार के कान खड़े हो गए है। इन बदलावों के हालातो से परेशान केंद्र ने राज्यों को निर्देश जारी कर दिए है और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दों को प्राथमिकता देने की अपील की है।
डेमोग्राफी में बदलाव को देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि सभी राज्यों के डीजीपी अपने राज्यों खासकर बॉडर इलाकों पर विशेष ध्यान दें और सीमाई क्षेत्रों में क्या डेमोग्राफिक बदलाव हो रहे हैं और उन्हें कैसे रोका जा सकता है, इनकी निगरानी पर विशेष रूप से ध्यान दें।
आपको बता दें कि देश की राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति के लिए राजधानी दिल्ली में 2 दिवसीय सम्मेलन का आयोजन किया गया था। जिसका समापन गुरुवार को हो गया है। सम्मेलन में राज्यों के डीजीपी के अलावा NIA और IB के अधिकारी भी शामिल हुए थे। सम्मेलन में अमित शाह ने राज्यों के डीजीपी को संबोधित करते हुए कहा था कि सीमा से जुड़े जिलों में सभी तकनीकी और रणनीतिक महत्व से जुड़ी जानकारियो को नीचे तक साझा करें।
अमित शाह ने सम्मेलन में आगे कहा कि आंतरिक सुरक्षा पर जम्मू कश्मीर में आतंकवाद, उत्तरपूर्व में उग्रवादी संगठन और वामपंथी उग्रवाद के यह तीन ऐसे नासूर थे, जिन्हें खत्म करने की दिशा में हमने एक बड़ी सफलता हासिल की है। उन्होंने कहा कि इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार ने नए कानून बनाए, राज्यों के साथ समन्वय स्थापित किया और तकनीक का ज्यादा से ज्यादा उपयोग किया गया।