इंडिया न्यूज़ , लखनऊ :
बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने शनिवार को भारतीय जनता दोनों में हाल के दिनों में “धार्मिक स्थानों और गरीबों के आवास” के विध्वंस पर चिंता जताई।
”मायावती ने ट्वीट कर कहा राजस्थान के अलवर के कांग्रेस राज में भी अतिक्रमण की आड़ में मंदिर गिराना और इसी तरह के धार्मिक स्थलों और भाजपा शासित राज्य में गरीबों के आवासों को अतिक्रमण के नाम पर तोड़ना घिनौनी राजनीति है।
राजस्थान के कांग्रेसी राज अलवर में भी अतिक्रमण की आड़ में मन्दिर तोड़ना तो कहीं बीजेपी शासित राज में दूसरे धर्म के स्थलों को नुकसान पहुँचाना व गरीबों के आशियाने उजाड़ना आदि यह सब घिनौनी राजनीति नहीं तो क्या है? जबकि इससे हमारा संविधान कमजोर होगा। यह सब तुरन्त बन्द होना चाहिये।
— Mayawati (@Mayawati) April 23, 2022
यह हमारे संविधान और सभी को कमजोर करता है। इन्हें तुरंत रोका जाना चाहिए,। बसपा सुप्रीमो अलवर में 300 साल पुराने शिव मंदिर को बुलडोजिंग और दिल्ली के जहांगीरपुरी में अतिक्रमण विरोधी अभियान का जिक्र कर रही थीं।
राजस्थान के अलवर जिले में 18 अप्रैल को मंदिर के साथ-साथ 86 दुकानों और घरों को बुलडोजर से तोड़ दिया गया था, ताकि सड़क का मार्ग प्रशस्त किया जा सके। राष्ट्रीय राजधानी के जहांगीरपुरी इलाके में 20 अप्रैल को दिल्ली के भाजपा शासित उत्तर नगर निगम द्वारा अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया गया था। इसी तरह के अतिक्रमण विरोधी अभियान हाल के दिनों में उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में देखे गए हैं।
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