Chief Justice of India:
आज देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने देश के नए चीफ जस्टिस को शपथ दिलाई है। दरअसल जस्टिस यूयू ललित ने देश के 49वें चीफ जस्टिस के रूप में शपथ ली है। पद और गोपनीयता की शपथ लेने वाले चीफ जस्टिस यूयू ललित ने जस्टिस एनवी रमना की जगह ली है। जस्टिस एनवी रमना बीते शुक्रवार को ही मुख्य न्यायाधीश के रूप में रिटायर हुए हैं।
बीते शुक्रवार को जस्टिस एनवी रमना के विदाई समारोह के दौरान जस्टिस यूयू ललित ने कहा कि वह मुख्य न्यायाधीश के अपने 74 दिनों के कार्यकाल के दौरान तीन क्षेत्रों पर काम करने की इच्छा रखते हैं। उन्होंने कहा कि वे यह सुनिश्चित करने के लिए कड़ी मेहनत करेंगे कि सुप्रीम कोर्ट में कम से कम एक संविधान पीठ साल भर काम करे। साथ ही शीर्ष अदालत में सुनवाई के लिए मामलों को सूचीबद्ध करना और जरूरी मामलों को मेंशन करना उनकी प्राथमिकता में से एक रहेगा।
जस्टिस उदय उमेश ललित के बारे में बात करें तो कानून और न्याय का ज्ञान विरासत में लेकर आए यूयू ललित 13 अगस्त 2014 को सीधे बार से सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत हुए। उनके दादा रंगनाथ ललित एक जाने-माने वकील रहे हैं। पिता आरयू ललित ने एक कदम आगे बढ़ाया और वह वकील से बॉम्बे हाईकोर्ट के जज नियुक्त हुए। जस्टिस उदय उमेश ललित को क्रिमिनल लॉ का स्पेशलिस्ट माना जाता है। मई 2021 में वह राष्ट्रीय कानूनी सेवा प्राधिकरण के कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किए गए थे। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तहत उन्होंने 2G मामलों में CBI के पब्लिक प्रोसिक्यूटर के रूप में ट्रायल्स में हिस्सा लिया। साथ ही दो बार वह सुप्रीम कोर्ट की लीगल सर्विस कमेटी के सदस्य के रूप में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं।
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