India News (इंडिया न्यूज़): अधिकारियों ने रविवार को कहा कि ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का भारतीय नौसेना के फ्रंटलाइन गाइडेड मिसाइल विध्वंसक आईएनएस मोरमुगाओ से सफल परीक्षण किया गया। मिसाइल फायरिंग ने समुद्र में भारतीय नौसेना की मारक क्षमता का प्रदर्शन किया। आपको बता दें कि यह एक स्वदेशी है जिसकी वजह से यह आत्मनिर्भर भारत का बड़ा उदाहरण हैं.
नौसेना के एक अधिकारी ने कहा, “नवीनतम गाइडेड-मिसाइल विध्वंसक आईएनएस मोरमुगाओ ने अपने पहले ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल फायरिंग के दौरान ‘बुल आई’ को सफलतापूर्वक निशाना बनाया।” आगे अधिकारियों ने कहा, “जहाज और उसके शक्तिशाली हथियार, दोनों स्वदेशी, ‘आत्मनिर्भरता’ और समुद्र में भारतीय नौसेना की मारक क्षमता के एक और चमकदार प्रतीक हैं।”
मिसाइल के परीक्षण-फायरिंग का स्थान फिलहाल ज्ञात नहीं है। इसके ताकत का अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि यह एक भारत-रूसी संयुक्त उद्यम, सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों का उत्पादन करता है जिसे पनडुब्बियों, जहाजों, विमानों या भूमि प्लेटफार्मों से लॉन्च किया जा सकता है।
INS Mormugao, the latest guided-missile Destroyer, successfully hit 'Bulls Eye' during her maiden #Brahmos Supersonic cruise missile firing. The ship and her potent weapon, both indigenous, mark another shining symbol of #Aatmanirbharta and Indian Navy's firepower at sea. pic.twitter.com/1KPqIcQ7Y8
— Western Naval Command (@IN_WNC) May 14, 2023
ब्रह्मोस मिसाइल 2.8 मैक या ध्वनि की गति से लगभग तीन गुना तेज गति से उड़ती है। भारत ब्रह्मोस मिसाइलों का निर्यात भी कर रहा है। गौरतलब है किपिछले साल जनवरी में भारत ने फिलीपींस के साथ मिसाइल की तीन बैटरियों की आपूर्ति के लिए 37.5 करोड़ डॉलर का सौदा किया था।