CJI NV Ramana News: भारत के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना अपने एक दिवसीय दौरे पर झारखंड पहुंचे। यहां एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य न्यायाधीश ने मीडिया को आड़े हाथों लिया और न्यूज चैनलों की कवरेज को लेकर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि हम देखते हैं कि मीडिया कंगारू अदालतें चला रहा है, कई बार मुद्दों पर अनुभवी न्यायाधीशों को भी फैसला करना मुश्किल हो जाता है पर मीडिया अपना फैसला सुना देती है। न्याय प्रदान करने से जुड़े मुद्दों पर गैर-सूचित और एजेंडा संचालित बहस लोकतंत्र के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो रही है।
सीजेआई रमना ने कहा, न्यायाधीश सामाजिक वास्तविकताओं से आंखे नहीं मूंद सकते हैं। न्यायाधीशों को समाज को बचाने और संघर्षों को टालने के लिए ज्यादा दबाव वाले मामलों को प्राथमिकता देना होगा। इसी के साथ CJI ने आगे कहा, “मीडिया, अपनी जिम्मेदारियों से आगे बढ़कर आप हमारे लोकतंत्र को दो कदम पीछे ले जा रहे हैं। प्रिंट मीडिया में अभी भी कुछ हद तक जवाबदेही है, जबकि इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में शून्य जवाबदेही है।”
27 अगस्त, 1957 को कृष्णा जिले के पोन्नावरम गांव में एक किसान परिवार में जन्मे जस्टिस एनवी रमना ने 24 अप्रैल 2021 को भारत के 48वें चीफ जस्टिस के तौर पर शपथ ली थी। वे हैदराबाद में सेंट्रल एडमिनिस्ट्रेटिव ट्रिब्यूनल में केंद्र सरकार के वकील और रेलवे के वकील भी रहे हैं। वे आंध्र प्रदेश के एडिशनल सॉलिसिटर जनरल भी रहे हैं। उन्होंने 10 मार्च, 2013 से 20 मई, 2013 तक आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट के एग्जीक्यूटिव चीफ जस्टिस के रूप में काम किया। उन्हें 27 जून, 2000 को आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट में परमानेंट जज अपॉइंट किया गया था।
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