जम्मू-कश्मीर: जम्मू कश्मीर में शुक्रवार शाम लगभग साढ़े पांच बजे बाबा अमरनाथ गुफा के पास बादल फट गया। जिसके कारण लगभग 15 लाेगों की मौत की पुष्टि हो गई है। उनके शव बरामद हो चुके हैं। इनमें तीन महिलाएं शामिल हैं। मृतकों की अभी पहचान नहीं हो पाई है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई है। मरने वालों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो सकती है। कुछ स्थानीय घोड़े वालों के लापता होने की भी जानकारी मिली है। फिलहाल बाबा बर्फानी के गुफा के पास सन्नाटा फैला हुआ है। बादल फटने के कारण वहां पर कुछ लंगरों को भी नुकसान पहुंचा है।
शुक्रवार की सुबह से ही मौसम एकदम बदल गया है। आसपास के कई इलाकों में भारी बारिश हुई। हालांकि जम्मू से अमरनाथ यात्रियों कि टोली को रवाना कर दिया गया था, लेकिन रामबन में जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर भूस्खलन होने के कारण हाईवे बंद हो गया है। अमरनाथ यात्रियों कि टोली को रामबन जिले के चंद्रकोट में रोका गया। करीब पांच घंटे बाद दोपहर में मलबा हटाने के बाद वहां से टोली को रवाना किया गया। शाम साढ़े पांच बजे के आसपास अमरनाथ गुफा के ऊपरी क्षेत्र में जोरदार धमाके के साथ बादल फटा गया।
बादल पवित्र गुफा से एक से दो किलोमीटर के दायरे में फटा। पहाड़ों से तेज बहाव के साथ आए पानी से श्रद्धालुओं के लिए लगाए गए लगभग 25 टेंट और दो से तीन लंगर बह गए। बारिश से पूरे इलाके में तेजी से पानी भर गया और कई लोग इसकी चपेट में आ गए। कई यात्री लापता हैं और उनके तेज बहाव में बहने की आशंका जताई जा रही है।गांदरबल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि सभी स्वास्थ्य व्यवस्थाएं अलर्ट मोड में हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि श्री अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने से दुखी हूं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना। एलजी मनोज सिन्हा से बात की और स्थिति का जायजा लिया। बचाव और राहत का काम जारी है। प्रभावितों के लिए हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है।
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