India News: 2024 के लोकसाभा चुनाव को लड़ने और बीजेपी को चुनौती देने के लिए विपक्ष एकजुट होने की कोशिस कर रहा है. इस बीच उपराष्ट्रपति का एक ऐसा बयान सामने आया है जो विपक्षी एकता को नुकसान पहुंचा सकता है. उपराष्ट्रपति ने कहा कि गठबंधन की सरकारें विकास के पहिए पर ब्रेक लगाती हैं. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि मन की बात कार्यक्रम ने देश के नकारात्मक सोच को बदलने में बड़ी मदद की है.
उपराष्ट्रपति मन की बात कार्यक्रम के 100 एपिसोड पूरे होने के उपलक्ष में आयोजित कार्यक्रम में पहुचे थे यहा पर उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि साल 2014 देश के लिए एक टर्कोनिंग प्वांट था. उपराष्ट्रपति के मुताबिक 30 सालों बाद देश में किसी एक पार्टी की बहुमत वाली सरकार बनी.
गठबंधन की सरकार को याद करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि जब वे 1989 में केंद्र में संसदीय कार्य मंत्री बने तब उन्होंने गठबंधन की मजबूरियों को देखा. अपने अभिभाषण के दौरान उपराष्ट्रपति गठबंधन की सरकार पर सवाल उठाया और कहा कि गठबंदन की सरकार विकास में बाधक होती है. गठबंठन सरकार की बहुत सारी मजबूरियां होती है, इन मजबूरियों के कारण देशमें सही से विकास नहीं हो पाता.
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साथ ही उन्होंने पीएम मोदी की प्रशंसा करता हुए कहा कि ‘प्रधानमंत्री ने मन की बात को हमेशा राजनीति से दूर रखा है और लोगों से जुड़े मुद्दों पर बात की है. धनखड़ ने कहा कि प्रधानमंत्री ने सत्ता के गलियारों से दलालों की इंडस्ट्री खत्म कर दी है’