INDIA NEWS: कर्नाटक चुनाव में काग्रेस के घोषणा पत्र पर बवाल छिड़ गया है, अपने घोषणा पत्र में कांग्रेस ने कहा है कि जो समुदाय धर्म के आधार पर नफरत फैलाने का कम करते है,उनके खिलाफ ठोस कार्रवाई ती जाएगी. हमारा मानना है कि कानून और संविधान पवित्र है. कोई व्यक्ति या बजरंग दल, पीएफआई और नफरत एवं शत्रुता फैलाने वाले दूसरे संगठन, चाहे वह बहुसंख्यकों के बीच के हों या अल्पसंख्यकों के बीच के हों, वे कानून और संविधान का उल्लंघन नहीं कर सकते.
बजरंग दल को बैन करने की बात सामने आते ही बीजेपी कांग्रेस पर हमलसावर हो गयी बीजेपी नेताओं की ओर से इस बात पर कांग्रेस का विरोध किया जाने लगा, इस बीच पीयूष गोयल ने कहा कि “आज जो उन्होंने (कांग्रेस) अपने घोषणापत्र में बजरंग दल को बैन करने की बात कही है वह बहुत ही शर्मनाक है। एक संस्था जो श्री राम की सेवा में जुटी है, जो बजरंग दल बजरंगबली का नारा लेकर जनता में अपना काम करता है उसपर ताला लगाने की जो कोशिश कांग्रेस कर रही है यह उनकी सोच को दर्शाती है.”
आज जो उन्होंने (कांग्रेस) अपने घोषणापत्र में बजरंग दल को बैन करने की बात कही है वह बहुत ही शर्मनाक है। एक संस्था जो श्री राम की सेवा में जुटी है, जो बजरंग दल बजरंगबली का नारा लेकर जनता में अपना काम करता है उसपर ताला लगाने की जो कोशिश कांग्रेस कर रही है यह उनकी सोच को दर्शाती है:… pic.twitter.com/Xcz15evrnd
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 2, 2023
‘360 गांवों के लोग पहुंचेंगे जंतर-मंतर’- दिल्ली आप संयोजक गोपाल राय
इससे पहले पीएम मोदी ने कहा था कि “आज हनुमान जी की इस पवित्र भूमि को नमन करना मेरा बहुत बड़ा सौभाग्य है और दुर्भाग्य देखिए, मैं आज जब यहां हनुमान जी को नमन करने आया हूं उसी समय कांग्रेस पार्टी ने अपने मेनिफेस्टो यानी घोषणा पत्र में बजरंगबली (Bajrangbali) को ताले में बंद करने का निर्णय लिया है. पहले श्रीराम (Shriram) को ताले में बंद किया और अब जय बजरंगबली बोलने वालों को ताले में बंद करने का संकल्प लिया है.”