Congress MP Rajni Patil suspension amid House proceedings: सदन की कार्यवाही के बीच राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने कांग्रेस की राज्यसभा सांसद को सदन की कार्यवाही की रिकॉर्डिंग करने के आरोप में निलंबित कर दिया गया। जिसके बाद बाहर निकाली गईं कांग्रेस सांसद रजनी पाटिल ने मीडिया से बातचीत में कहा कि मैंने ऐसा कुछ नहीं किया, लेकिन जब मैंने कुछ नहीं किया तब भी मुझे “फांसी की सजा” दी गई। हमने कल बार-बार पीएम मोदी के जवाब को रोका, इसलिए वे बौखलाए हुए हैं। यह उनका बनाया हुआ कार्यक्रम है। मैं स्वतंत्रता सेनानी के परिवार से आती हूं और मेरी संस्कृति मुझे कानून का उल्लंघन करने की अनुमति नहीं देती है। इसके बावजूद मुझे सभापति की ओर से निलंबित किया गया।
हालांकि इससे पहले राज्यसभा के सभापति ने निंलबन के बाद प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि…मैं सदन को आश्वस्त करता हूं, हमारे कार्यों की जांच करने के लिए संसद से परे कोई अधिकार नहीं है…हम संविधान के अंतिम निर्माता हैं। असंवैधानिक कार्यो पर एक्शन लेना हमारी जिम्मेदारी है।
इस मुद्दे पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि किसी विशेष लिंग को कानून का उल्लंघन करने का अधिकार नहीं है। कानून का उल्लंघन हुआ, नियमों का उल्लंघन हुआ – कांग्रेस ने सदन में इसे स्वीकार किया। दरअसल, सांसद रजनी पाटिल के निलंबन के बाद कई सांसदों ने इसे महिला विरोधी एक्शन बताया था। वहीं सपा सांसद जया बच्चन ने निलंबन पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मुझे लगता है कि यह बेहद अपमानजनक तरीके से किया गया। नहीं होना चाहिए था। अगर उन्हें लगता है कि कुछ गलत हुआ है तो उन्हें इसे कमेटी को भेजना चाहिए था। पता नहीं उन्होंने इसे भेजा या नहीं। उन्हें स्पष्टीकरण का मौका तक नहीं दिया गया।