INDIA NEWS: कर्नाटक चुनाव में बजरंगबली (BAJRANGBALI) का मुद्दा जोरो पर है. कांग्रेस (CONGRESS) की ओर से जारी घोषणा पत्र में यह जिक्र किया गया है कि वह बजरंग दल और पीएफआई (BAJRANGDAL AND PFI) जैसे संगठनों पर प्रतिबंध लगाने का काम करेगा. जिसके बाद से राजनीति तेज हो गई है. अब इस मुद्दे पर जब कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कर्नाटक के लिए पार्टी के घोषणापत्र में बजरंग दल पर प्रस्तावित प्रतिबंध को लेकर उठे विवाद पर आज बोलने से इनकार कर दिया.
खड़गे ने कहा, “डॉ परमेश्वर पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं. वह मसौदा समिति के अध्यक्ष थे. उन्होंने पहले ही कल जवाब दे दिया है, मैं जवाब नहीं देना चाहता.” उन्होंने कहा, “एक बार मेरी पार्टी के लोगों ने जवाब दे दिया तो मैं अपनी व्यक्तिगत राय नहीं देना चाहता.” वही खड़गे से कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर कि बजरंग दल के नेता कांग्रेस के खिलाफ बगावत करेंगे? तब उन्होंने कहा, “बोम्मई जो भी कह रहे हैं, उन्होंने कहा … हम बोम्मई के सवालों का जवाब देने के लिए बाध्य नहीं हैं. हमारे लोग राज्य स्तर पर हैं, वे जवाब देंगे.”
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कर्नाटक में 10 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए अपना घोषणापत्र जारी करते हुए कांग्रेस ने कहा था कि वह बजरंग दल और पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) जैसे व्यक्तियों और संगठनों के खिलाफ कड़ी और निर्णायक कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है, जिसमें उन्हें प्रतिबंधित करना भी शामिल है. कांग्रेस ने कहा, कि जाति धर्म या किसी समुदाय के बीच नफरत फैलाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा.