आज से देश के सभी सरकारी टीकाकरण केंद्रों पर 18 से 59 साल के लोगों के लिए बूस्टर डोज लगाई जा रही हैं। भारत की स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने के मौके पर ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के तहत ये अभियान चलाया जा रहा है। 75 दिन के इस विशेष अभियान के तहत कोविड ऐहतियाती खुराकों के प्रति जागरुकता बढ़ाने के उद्देश्य से ये अभियान चलाया गया है।
इससे पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने पिछले हफ्ते सभी के लिए कोविड टीके की दूसरी और ऐहतियाती खुराक के बीच अंतराल को नौ महीने से घटाकर छह महीने कर दिया था। दरअसल, स्टडी में पता चला है कि वैक्सीन के शुरूआती दोनों डोज लेने के बाद करीब छह महीने में एंटीबॉडी का स्तर कम होने लगता है, ऐसे में बूस्टर डोज की मदद से बॉडी की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
अभी तक 60 साल से अधिक उम्र के लगभग 16 करोड़ लोगों, स्वास्थ्य कर्मियों एवं अग्रिम मोर्चे के कर्मियों में से करीब 26 प्रतिशत लोग बूस्टर खुराक ले चुके हैं। 60 साल से ज्यादा उम्र वाले लोगों को अभी भी मुफ्त में बूस्टर डोज लगाई जा रही है।
जानकारी के लिए बता दें कि देश में 24 घंटो में 20 हजार से ज्यादा कोरोना के नए मामले सामने आए हैं। वहीं 47 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है। वहीं सक्रिय केस की संख्या 2997 की बढ़ोतरी के साथ 1,39,073 हो गई।
ये भी पढ़ें: मानसून सत्र से पहले महासचिव का फरमान, अब संसद में धरना नहीं दे पाएंगे सांसद