Delhi Crime News: आज के समय में सोशल मीडिया फ्रॉड करने का सबसे बड़ा जरिया बन गया है। सोशल मीडिया पर पोस्ट करने वाले इसी के सहारे लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। साइबर अपराधी पढ़े लिखे लोगों को भी अपने झांसे में ले रहे हैं और उन्हें ठगी का शिकार बना रहे हैं। इसी में अब पहली बार जर्मनी के लोगों को ठगने का मामला सामने आया है। दरअसल ओखला में कॉल सेंटर चलाकर जर्मनी के लोगों के साथ ठगी की जा रही थी।
जर्मनी के 500 लोगों के साथ की ठगी
आरोपी ने अब तक एक्स लाइट एप का इस्तेमाल कर जर्मनी के 500 लोगों के साथ ठगी की हैं। दक्षिण-पूर्व जिले की साइबर थाना पुलिस ने इस अंतरराष्ट्रीय कॉल सेंटर का पर्दाफाश कर दिया है। जिसके बाद पुलिस ने युवती समेत 13 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से 20 मोबाइल, 11 कंप्यूटर मॉनिटर, 11 सीपीयू, 11 की-बोर्ड, 10 हैडफोन, एक वाई-फाई राउटर, एक महिंद्रा थार जीप और आई-20 कार बरामद की गई है। ये जर्मनी के पुलिस अफसर व सरकारी अधिकारी बनाकर ठगी करते थे।आरोपियों की पहचान
आरोपियों की पहचान
आरोपियों की पहचान महिपालपुर निवासी यश महंत (26), अनिस (25), राहुल कुमार (20), अभिषेक सूद (23), चाणक्णपुरी निवासी विवियन माइकल (20), तुषार लाल (23), विशाल (24), ऋशभ कुमार (24), सफदरजंग एंक्लेव निवासी देवेश (23), पालम गांव निवासी अंकित झा (22), वसंत विहार निवासी आकाश (19), महिपालपुर निवासी दीपा (20) और सेक्टर-15 ए, फरीदाबाद, हरियाणा निवासी विकास अरोड़ा के रूप में हुई।
वीओआईपी कॉल के जरिए करते थे ठगी
आरोपी जर्मनी के लोगों को वीओआईपी कॉल कर ठगी करते थे। ये वीओआईपी कॉल करने के लिए एक्स लाइट एप का इस्तेमाल करते थे। आरोपी जर्मनी के लोगों को वॉइस मैसेज भेजते थे। वह मैसेज भेजकर जर्मनी के लोगों को कहते थे कि उनका राष्ट्रीय पहचान नंबर आपराधिक गातिविधियों में शामिल पाया गया है। अगर उन्हें आपराधिक गातिविधियों से नंबर हटवाना है तो उन्हें 500 से 1000 यूरो के ऑनलाइन गिफ्ट कार्ड्स खरीदने होंगे। इसके बाद पीड़ित उन्हें फोन करते थे और आपराधिक गातिविधियों से नाम हटवाने के लिए तैयार हो जाते थे। पीड़ित 500 से 1000 यूरो के गिफ्ट वाउचर खरीद लेते थे। ये गिफ्ट वाउचर को कैश करा लेते थे।