इंडिया न्यूज (इंडिया न्यूज), Farmers Protest Live: एमएसपी समेत कई मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है। किसान 13 फरवरी से पंजाब-हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर डटे हुए हैं। इस बीच संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) आज ‘WTO क्विट डे ‘ मनाने जा रहा है। इसके तहत किसान दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों पर अपने ट्रैक्टर पार्क करेंगे। हालांकि, किसानों का दावा है कि इस दौरान ट्रैफिक जाम नहीं किया जाएगा, लेकिन फिर भी पुलिस अलर्ट मोड पर है।
आज किसानों के दो समूह भारतीय किसान परिषद और अखिल भारतीय किसान सभा एनटीपीसी नोएडा ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन करेंगे। बीकेयू (टिकैत गुट) नोएडा-दिल्ली सीमा पर ट्रैक्टरों के साथ प्रदर्शन का नेतृत्व करेगा। बीकेयू टिकैत के पश्चिमी यूपी अध्यक्ष पवन खटाना ने कहा, ‘हमने तय किया है कि ग्रेटर नोएडा से नोएडा तक ट्रैक्टरों को कतारबद्ध करके यमुना एक्सप्रेसवे के रास्ते मार्च निकाला जाएगा, जो चिल्ला बॉर्डर से होते हुए नोएडा एक्सप्रेसवे की ओर बढ़ेगा।
03 :20 AM, 26-02-2024
दिल्ली के कालिंदीकुंज बॉर्डर पर किसानों के ट्रैक्टर मार्च के मद्देनजर सुरक्षा इंतजाम के बीच ट्रैफिक को किसी प्रकार से रोका नहीं गया। यहां सामान्य तरीके से दिल्ली – नोएडा के बीच गाड़ियों की आवाजाही होती रही। हालांकि, इस दौरान यहां नॉएडा से दिल्ली आने वाले सड़क पर जाम नजर आया और गाड़ियां रेंगती हुईं नजर आईं. वही यहां सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं। पुलिस बल को तैनात किया गया है।
02 :35 AM, 26-02-2024
किसानों ने आज गाजियाबाद में दुहाई, मोदीनगर, लोनी, निवाड़ी और भोजपुर में ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के साथ प्रदर्शन किया है। केवल मोदी नगर में हापुर रोड पर जाम है। इसके अलावा किसानों की वजह से पूरे जिले में कोई जाम नहीं है।
02:32 AM, 26-02-2024
गाजियाबाद पुलिस ने मोदीनगर भोजपुर कट से दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर चढ़ने का प्रयास कर रहे किसानों को भोजपुर में रोका। इसके बाद किसान ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के साथ निवाड़ी गंगनहर पुल पर जमे हुए हैं।
01:46 AM, 26-02-2024
नोएडा में सेक्टर-44 महामाया फ्लाईओवर तक भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने ट्रैक्टर रैली निकाली।
12:05 AM, 26-02-2024
11:57 AM, 26-02-2024
किसानों की मांगों को लेकर करीब दो हफ्ते से किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है। सरकार के साथ कई दौर की बैठकों के बाद भी कोई समाधान निकलता नजर नहीं आ रहा है। ऐसे में सोमवार को भारतीय किसान यूनियन के नेता पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसानों के साथ मेहंदीपुर बांगर से मार्च करते हुए फलेदा कट पर पहुंचे, लेकिन आगरा की ओर जाने के लिए यमुना एक्सप्रेस-वे से पहले ही किसानों को फलेदा कट पर रोक दिया गया। पुलिस द्वारा रोके जाने के बाद किसान जमीन पर बैठ गए, जिससे यमुना एक्सप्रेसवे पर जाम लग गया. मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है।
11:28 AM, 26-02-2024
किसान आंदोलन को देखते हुए दिल्ली पुलिस द्वारा कुंडली सिंधु बॉर्डर सील किए जाने के बाद अब लोगों के लिए राहत की खबर है। दिल्ली पुलिस ने नेशनल हाईवे 44 पर दोनों तरफ से सर्विस लाइन खोल दी है। ऐसे में कुंडली सिंधु बॉर्डर सर्विस लाइन से वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई है। बॉर्डर पर सर्विस लाइन खुलने पर लंबा जाम लग जाता है।
हरियाणा और दिल्ली के बीच नेशनल हाईवे 44 पर बने फ्लाईओवर पर अभी भी दिल्ली पुलिस की भारी बैरिकेडिंग लगी हुई है. सर्विस लाइन से कंक्रीट की दीवार हटा दी गई है।
11:05 AM, 26-02-2024
ग्रेटर नोएडा के किसान ट्रैक्टर मार्च में हिस्सा लेने के लिए घरों से निकल पड़े हैं। किसानों के ट्रैक्टर के साथ प्रदर्शन की घोषणा के चलते यूपी गेट पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। हालांकि किसानों ने यूपी गेट पर नहीं आने की बात कही है।
11:00 AM, 26-02-2024
सोमवार को हफ्ते के पहले दिन ही यूपी गेट पर भारी जाम लग गया है। एनएच 9 पर बैरिकेडिंग नहीं की गई है। वाहनों के बढ़ते दवाब की वजह से जाम लग गया है।
10:57 AM, 26-02-2024
ट्रैक्टर मार्च से पहले भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने केंद्र सरकार और पंजाब सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने किसानों के खिलाफ बल प्रदर्शन की भी आलोचना की। राकेश टिकैत ने कहा कि केंद्र सरकार की नीति इस आंदोलन को चुनाव तक आगे बढ़ाने की है, ताकि चुनाव के बहाने इसे दबा दिया जाए। पंजाब सरकार किसानों और भारत सरकार दोनों से डरती है। किसान की हालत खराब है। किसानों की जमीन लूटी जा रही है।
10:34 AM, 26-02-2024
एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा है कि किसानों का मौजूदा विरोध प्रदर्शन शुरू हुए दो हफ्ते से ज्यादा समय हो गया है। सरकार ने किसानों को दिल्ली में प्रवेश करने और अपनी मांगें रखने से रोक दिया है। 2020-21 में भी उन्होंने विरोध प्रदर्शन किया और कई लोगों की जान चली गई। सरकार को किसानों की मांगों पर ध्यान देना चाहिए।
10:00 AM, 26-02-2024