India News, (इंडिया न्यूज), CJI: मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ ने बीते शनिवार को नागरिकों से दूसरों की बात सुनने का धैर्य रखने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि ‘जो हम सुनना चाहते हैं वहीं सुनने की आदत’ को विराम देना हमें अपने आसपास की दुनिया के बारे में नई समझ विकसित करने का अवसर प्रदान करता है। मालूम हो,CJI ने पुणे में सिम्बायोसिस इंटरनेशनल (डीम्ड) विश्वविद्यालय के 20वें दीक्षांत समारोह में ये बातें कहीं।
बता दें, इसके आगे CJI ने कहा कि सुनने का धैर्य होने से व्यक्ति यह स्वीकार करता है कि उसके पास सभी सही उत्तर नहीं हो सकते, हालाँकि वह उन्हें तलाशने और खोजने के लिए तैयार है। चीफ जस्टिस ने यह भी कहा कि ‘जो हम सुनना चाहते हैं वहीं सुनने की आदत’ को विराम देना हमे अपने आसपास की दुनिया के बारे में नई समझ विकसित करने का अवसर प्रदान करता है। लेकिन हमारे समाज के साथ समस्या यह है कि हम दूसरों की बात नहीं सुन रहे हैं… हम केवल अपनी ही सुन रहे हैं।’
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