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International News: ब्रिटेन के अगले प्रधानमंत्री बन सकते हैं ऋषि सुनक, बोरिस जॉनसन के खिलाफ की थी बगावत

• LAST UPDATED : July 7, 2022

International News:

ब्रिटेन में प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की डगमगाती सत्ता के बीच बड़ी खबर सामने आई है। पहले ही क्रिस पिंचर मामले में फंसे प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के खिलाफ उनकी ही पार्टी के मंत्रियों ने बगावत छेड़ी हुई है। वहीं दूसरी तरफ खबर हैं कि ब्रिटेन के वित्त मंत्री के पद से इस्तीफा देने वाले ऋषि सुनक अगले प्रधानमंत्री के रूप में पहली पसंद बताए जा रहे हैं। हालांकि इस रेस में पेनी मॉरडॉन्ट, बेन वॉलेस, साजिद वाजिद, लिज ट्रस और डोमिनिक राब के नाम भी शामिल है। देखा जाए तो ब्रिटेन में अगला चुनाव 2024 में होना है, लेकिन उससे पहले जॉनसन के इस्तीफे की स्थिति में अब कोई नया व्यक्ति प्रधानमंत्री का पद संभालेगा।

कौन हैं ऋषि सुनक

42 साल के सुनक को फरवरी 2020 में तत्कालीन वित्त मंत्री साजिद जावेद के इस्तीफे के बाद बोरिस जॉनसन सरकार में वित्त मंत्री बनाया गया था। जानकारी हो कि ब्रिटिश सरकार में प्रधानमंत्री के बाद दूसरा सबसे महत्वपूर्ण पद वित्त मंत्री का ही होता है। 2015 में पहली बार यॉर्कशर के रिचमंड से सांसद चुने गए 42 वर्षीय सुनक खुद को पहली पीढ़ी का अप्रवासी कहते हैं। भारतीय मूल के उनके परिजन ईस्ट अफ्रीका से यूके आए थे। एक इंटरव्यू में खुद को हिन्दू बताते हुए सुनक ने कहा था, मैं हिन्दू हूँ और वीकेंड पर मंदिर जाता हूँ।

नारायण मूर्ति के दामाद हैं ऋषि सुनक

सुनक ने ऑक्सफोर्ड से दर्शन, राजनीति और अर्थशास्त्र की पढ़ाई की है। जिसके बाद एमबीए के लिए स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय गए। जहां पर उनकी मुलाकात अक्षता मूर्ति से हुई। जिसके बाद से दोनों का साथ पति पत्नी के रूप में जुड़ गया। अक्षता भारतीय आईटी कंपनी इंफोसिस के फाउंडर नारायण मूर्ति और सुधा मूर्ति की बेटी हैं। ऋषि सुनक ने ग्रैजुएशन के बाद गोल्डमैन सैक्स के साथ काम किया था और बाद में हेज फंड फर्म्स में पार्टनर बन गए थे।

कोरोना के दौर में बढ़ी थी लोकप्रियता

ऋषि सुनक फिटनेस को लेकर जुनूनी हैं. उन्हें क्रिकेट, फुटबॉल के अलावा फिल्में देखने का भी शौक हैं. उनके आकर्षक व्यक्तित्व को देखकर उन्हें डिशी ऋषि के निक नेम से जाना जाता है। जब पूरी दुनिया कोरोना से परेशान थी उस दौर में उनकी नीतियों ने ब्रिटेन में लोगों की मजदूरी नहीं घटने दी,  जिसके चलते उनकी लोकप्रियता में इजाफा हुआ।

कई मंत्री और सांसद दे चुके हैं इस्तीफा

जानकारी के लिए बता दें कि क्रिस पिंचर मामले के बाद से ही जॉनसन की लीडरशिप पर सवाल उठाते हुए उनकी पार्टी के 50 से ज्यादा मंत्री और सांसद पिछले दो दिन में इस्तीफा दे चुके हैं। जिसके बाद से ही लगातार जॉनसन पर भी इस्तीफा देने का दवाब बनाया जा रहा था। जिसके बाद जॉनसन के अपने पार्टी नेता पद से इस्तीफा देने की खबर भी सामने आ रही है। जॉनसन ने पार्टी नेता के पद से इस्तीफा देते हुए कहा है कि अब पार्टी तय करेगी कि अगला प्रधानमंत्री कौन होगा। पार्टी जिसे भी अपना नेता चुनेगी मैं उसका समर्थन दूंगा।

क्या है क्रिस पिंचर मामला?

अपने इस्तीफे से पहले ब्रिटेन के सांसद पिंचर के मामले की बात करें तो उन पर नशे में यौन दुराचार करने और लोगों से गलत व्यवहार करने का आरोप है। पार्टी नेताओं का कहना है कि प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को इस बात की जानकारी पहले से थी, जिसके बावजूद उन्होंने इस साल फरवरी में पिंचर को डेप्युटी चीफ व्हिप बनाया था। जिसे प्रधानमंत्री जॉनसन ने स्वीकार भी किया है। उन्होंने अब इस नियुक्ति पर खेद जताया है। हालांकि पिंचर यौन दुराचार के आरोपों खारिज करते रहे हैं।

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