IRCTC Scam: बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को आईआरसीटीसी घोटाले के मामले में आज मंगलवार को दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश होना है। आपको बता दे कि तेजस्वी यादव इस समय जमानत पर चल रहे हैं। इससे पहले, एक बार सीबीआई ने कोर्ट में अर्जी दाखिल कर उनकी जमानत रद्द करने की मांग भी की थी। जिसके बाद कोर्ट ने 17 सितंबर को नोटिस जारी कर कोर्ट में पेश होने को कहा था।
आपको बता दे कोर्ट के एक आदेश में कहा गया था कि अगर तेजस्वी शर्तों का उल्लंघन करेंगे तो उनकी जमानत को अदालत तुरंत रद्द कर सकती है। सीबीआई अब इसका फायदा उठाकर उनके खिलाफ आरोप लगा रही है। एजेंसी ने अदालत में कहा कि तेजस्वी और उनके परिवार के सदस्य जांच को प्रभावित कर रहे है और खुले मंच से सीबीआई के अधिकारियों को धमकाने में शामिल थे। एजेंसी ने आगे जांच में बताया कि उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की और जांच को रोकने की कोशिश की। शिकायत में कहा गया है कि उन्होंने देश के संविधान को भी चुनौती दी।
आपको बता दे सीबीआई अधिकारियों ने यह भी दावा किया कि तेजस्वी आर्थिक अपराध के आरोपों का सामना कर रहे थे और जिस तरह से उन्होंने और उनके परिवार के सदस्यों ने जांच को प्रभावित करने की कोशिश की, वह उन नियमों और शर्तों का उल्लंघन है, जिन पर अदालत ने उन्हें जमानत दी थी। जैसा कि सब जानते है कि तेजस्वी यादव, लालू प्रसाद यादव, मीसा भारती, हेमा यादव, राबड़ी देवी और अन्य आईआरसीटीसी घोटाले में भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे थे। सीबीआई ने तेजस्वी यादव और अन्य के खिलाफ 2017 में प्राथमिकी दर्ज की थी और अदालत ने 6 अक्टूबर 2018 को उन्हें जमानत दे दी थी।
आपको बता दे कि आईआरसीटीसी घोटाला 2004 से 2009 के बीच हुआ। बता दे कि यह घोटाला जब लालू प्रसाद केंद्रीय रेल मंत्री थे। उनके कार्यकाल में दो होटलों को बिना नियमों का पालन किए लीज पर दे दिया गया। एक होटल सरला गुप्ता को आवंटित किया गया था, जो लालू प्रसाद के करीबी दोस्त प्रेम गुप्ता की पत्नी हैं। वे उस समय राज्यसभा सांसद भी थे। इसके अलावा लालू यादव, तेजस्वी यादव, प्रेम गुप्ता, सरला गुप्ता, रेलवे अधिकारी राकेश सक्सेना और पी.के। गोयल इस मामले में आरोपी हैं।
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