Kisan Mahapanchayat: संयुक्त किसान मोर्चा ने अपनी मांगों के समर्थन में फिर से जंतर मंतर पर किसान महापंचायत का एलान किया है। इसमें शामिल होने के लिए पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, केरल, पश्चिम बंगाल, बिहार सहित अन्य कई राज्यों के किसान भी रवाना हो चुके हैं। एसकेएम के मुताबिक महापंचायत में शामिल होने से किसानों को जहां रोका जाएगा, वहीं महापंचायत करेंगे।
इस दौरान टीकरी बार्डर पर कानून व्यवस्था बनी रहे, इसके लिए पुलिस ने व्यापक तैयारियां शुरू कर दी हैं। तैयारियों के तहत पुलिस ने जर्सी बेरिकेडिंग के इंतजाम किए हैं। अभी सड़क किनारे ये रखे गए हैं। जरूरत पड़ी तो इन्हें सड़क के एक हिस्से में रखकर यातायात को नियंत्रित किया जाएगा। यहां पुलिस बल भी बड़ी तादाद में तैनात किए जा रहे हैं। इनमें दिल्ली पुलिस के साथ ही विभिन्न अर्धसैनिक बलों के जवान भी शामिल हैं।
संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से कहा गया है कि एक दिवसीय कार्यक्रम पूर्ण तौर पर शांति और अनुशासन के साथ होगा। यह पंचायत सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक आयोजित की जाएगी। पंचायत के समापन के बाद राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपेंगे। आपको बता दे कि इसी के साथ उन्होंने कहा कि अगर सरकार इस महापंचायत के आयोजन में किसी तरह का व्यवधान डालने का प्रयास करती है तो इसके लिए सरकार स्वयं जिम्मेवार होगी।
. लखीमपुर खीरी नरसंहार के पीड़ित किसान परिवारों को इंसाफ, जेलों में बंद किसानों की रिहाई और केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी की गिरफ्तारी
. स्वामीनाथन आयोग के सी2+50 प्रतिशत फॉर्मूले के अनुसार एमएसपी की गारंटी का कानून
. देश के सभी किसानों को कर्जमुक्त करने
. बिजली बिल 2022 को रद्द करने
. गन्ने का समर्थन मूल्य बढ़ाने और बकाया राशि का तत्काल भुगतान
. विश्व व्यापार संगठन से बाहर आए और सभी मुक्त व्यापार समझौते रद्द करने
. किसान आंदोलन के दौरान दर्ज सभी मुकदमे वापस लिए जाएं
. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत किसानों के बकाया मुआवजे का तत्काल भुगतान
. अग्निपथ योजना की वापसी
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