land eviction drive in J&K: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने रविवार को बीजेपी पर जम्मू-कश्मीर में चल रहे भूमि बेदखली अभियान को लेकर हमला बोला और कहा कि वहां के निवासियों को रोजगार, बेहतर कारोबार और प्यार के बजाय ‘भाजपा का बुलडोजर’ मिल रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि दशकों से वहां के लोगों द्वारा कड़ी मेहनत से सींची गई जमीनों को प्रशासन छीन रहा है। उन्होंने कहा कि शांति और कश्मीरियत की रक्षा लोगों को बांटने से नहीं, एकजुट होने से होगी। उन्होंने एक ट्वीट के जरिए उपर्युक्त बातें कही हैं।
जम्मू-कश्मीर को चाहिए रोज़गार, बेहतर व्यापार और प्यार, मगर उन्हें मिला क्या? भाजपा का बुलडोज़र!
कई दशकों से जिस ज़मीन को वहां के लोगों ने मेहनत से सींचा, उसे उनसे छीना जा रहा है।
अमन और कश्मीरियत की रक्षा, जोड़ने से होगी, तोड़ने और लोगों को बांटने से नहीं। pic.twitter.com/K8kJAn20H7
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 12, 2023
बता दें कि जम्मू और कश्मीर प्रशासन ने सरकारी भूमि को पुनः प्राप्त करने के लिए अतिक्रमण विरोधी अभियान शुरू किया और पिछले तीन हफ्तों में, कई इमारतों पर बुलडोजर चला दिया गया है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा 20 जनवरी को शुरू किए गए अभियान ने जम्मू-कश्मीर प्रशासन के उस सर्कुलर पर रोक लगाने से इनकार कर दिया, जिसमें सभी उपायुक्तों को 31 जनवरी तक सरकारी भूमि से अतिक्रमण हटाने का निर्देश दिया गया था।
उल्लेखनिय है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार, 20.46 कनाल से अधिक सरकारी भूमि पर अवैध रूप से कब्जा कर लिया गया है। केंद्र शासित प्रदेश में स्थानीय लोगों को अब अपनी संपत्तियों के खोने के डर सता रहा है। हालांकि, उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने पहले आश्वासन दिया था कि अभियान में आम लोगों को छुआ नहीं जाएगा। यह चिंताजनक उनके लिए है जिन्होंने अवैध रूप से सरकारी जमीन पर कब्जा जमाया है। प्रभावशाली लोगों द्वारा कब्जा की गई भूमि को वापस लिया जाएगा। अब तक पूर्व मंत्रियों पीरजादा मोहम्मद सईद, मकबूल डार, हसीब द्राबू, ताज मोहिउद्दीन और अली मोहम्मद सगर सहित अन्य लोगों की जमीनें वापस ली जा चुकी हैं।