लखनऊ के लुलु मॉल में शुक्रवार की नमाज पढ़ने का मामला सामने आया है। जिसे लेकर पूरे देश में हड़कंप मच गया है। इससे पहले आज मॉल में हिन्दू महासभा ने मॉल में सुंदर कांड का पाठ करने का ऐलान किया था।
जानकारी के मुताबिक अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शिशिर चतुर्वेदी के घर पर पुलिस फोर्स के साथ खुद लुलु मॉल के जीएम समीर वर्मा पहुंचे थे। उनके हाथ में कर्मचारियों की लिस्ट भी थी। दोनो के बीच बातचीत और पुलिस अधिकारियों के मनाने के बाद सुंदरकांड पाठ का फैसला टाल दिया गया है। मॉल में नमाज पढ़ने वालों पर कार्यवाही के लिए एक हफ्ते का समय दिया गया है।
सुंदरकांड पाठ को टालने की बात पर शिशिर चतुर्वेदी ने कहा कि 80 और 20 फीसदी के सवाल पर लुलु मॉल के जीएम लिस्ट लेकर पहुंचे थे, हम लिस्ट से संतुष्ट नहीं हैं और हमने लिस्ट की जांच करने की मांग की है। शिशिर चतुर्वेदी ने इससे पहले भी नमाज का एक वीडियो वायरल किया था जिसमें उन्होंने लिखा था कि ये लुलु मॉल नहीं लुलु मस्जिद है। यहां पर जमीन खरीद कर अलग तरीके का एजेंडा चलाया जा रहा है, उन्होंने प्रशासन से कार्रवाई करने की अपील की है।
मामले में बताया जा रहा है कि मॉल के अंदर नमाज पढ़ने वालों में कोई ना तो मॉल कर्मचारी हैं ना ही उनका मॉल से कोई संबंध है। वहीं वीडियो आने के बाद धारा 153A, 295A, 341 समेत कई अन्य धाराओं के तहत नमाज पढ़ने वाले अज्ञात युवकों पर एफआईआर दर्ज की गई है।
दरअसल बीती 10 जुलाई को ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लुलु मॉल का उद्घाटन किया था। इसके बाद 12 जुलाई यानी मंगलवार को लुलु मॉल के कैम्पस में कुछ लोगों द्वारा नमाज पढ़ने का एक वीडियो सामने आया। वहीं से इस मामले ने लगातार तूल पकड़ना शुरू कर दिया।
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