इंडिया न्यूज़, नई दिल्ली:
महाराणा प्रताप सेना के संस्थापक और राष्ट्रीय अध्यक्ष राजवर्धन सिंह परमार ने विट्ठल भाई पटेल हाउस में पत्रकार वार्ता का आयोजन किया। जिसमें उन्होंने मीडिया को संबोधित करते हुए बताया कि राजस्थान के उदयपुर की घटना के बाद मुझे भी जान से मारने की धमकी दी जा रही है और मंगलवार को भी मुझे जान से मारने की धमकी मिली है। जिसकी जानकारी हमने संसद मार्ग थाने की दिल्ली पुलिस को दी है। उन्होंने बताया कि “पिछले कई महीनों से मैं अजमेर दरगाह को लेकर लगातार बयान दे रहा हूं कि वह मस्जिद है या मंदिर इसकी जांच पुरातत्व विभाग से कराई जानी चाहिए। उसके बाद से ही मुझे आए दिन देश-विदेश से कई बार धमकी भरे कॉल आए और लोगों ने मुझे जान से मारने की धमकी दी। जिसकी जानकारी हमने संसद मार्ग थाने के दिल्ली पुलिस को दी थी। जिसको लेकर मामला भी दर्ज कराया था लेकिन एक भी आरोपी अभी तक पकड़ा नहीं गया है। उदयपुर की घटना होने के बाद मुझे अब सुरक्षा का डर सता रहा है।”
उन्होंने आगे कहा कि “यदि देश के मुद्दों और हिंदू की बात करने वालों को खुलेआम जान से मारा जाएगा तो इसका मतलब साफ होता है कि देश में कुछ अल्पसंख्यक जेहादी मानसिकता और जेहादी मानसिकता के साथ काम कर रहे हैं। कुछ कट्टरवादी मुसलमान हमारे हिंदू- देवी देवताओं को आए दिन गाली और अपमानित करने का काम करते हैं। लेकिन उनके साथ कोई भी हिंदू बुरा बर्ताव नहीं करता है।”
परमार ने कहा कि “उदयपुर में दर्जी का काम करने वाले कन्हैया को जिस प्रकार खुलेआम जान से मार दिया गया क्या उसी प्रकार मेरी भी हत्या की साजिश कुछ जेहादी रच रहे हैं। केंद्र सरकार मुझे सुरक्षा प्रदान करें और मुझे जान से मारने की धमकी देने वाले आरोपियों की जल्द से जल्द दिल्ली पुलिस गिरफ्तार करें।” परमार ने मीडिया को बताया कि “राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सरकारी आवास पर हनुमान चालीसा का पाठ 3 जुलाई 2022 को अपने पदाधिकारियों के साथ करूंगा। मुख्यमंत्री के आवास पर हनुमान चालीसा का पाठ करने की इजाजत राजस्थान की पुलिस नहीं दे रही है। लेकिन उसके बाद भी महाराणा प्रताप सेना के पदाधिकारी सीएम आवास के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे।”