Monkeypox Virus News: देश की राजधानी दिल्ली में मंकीपॉक्स का पहला मरीज मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है और इसी के साथ केंद्र भी दिल्ली की स्थिति पर नजर बनाए हुए है। उधर, डॉक्टरों ने मंकीपॉक्स से बच्चों और युवाओं को अधिक सतर्क रहने की सलाह दी है।
सफदरजंग अस्पताल के मेडिसिन विभाग के वरिष्ठ डॉक्टर जुगल किशोर ने बताया कि मंकीपॉक्स एक संक्रामक बीमारी है। इससे उन लोगों में अधिक संक्रमण होने की संभावना है, जिन्होंने स्मॉलपॉक्स का टीका नहीं लिया है। इस वर्ग में युवा और बच्चे शामिल हैं क्योकि इस टीके की खुराक 1980 में बंद कर दी गई थी। डॉ. किशोर के मुताबिक, बच्चे संक्रमण से अंजान हैं और खेल-खेल में कई चीजों को छू लेते हैं। ऐसे में यदि वह किसी ऐसी वस्तु को छूते हैं, जिसे संक्रमित ने छुआ है या फिर किसी संक्रमित के संपर्क में आते हैं, तो रोग प्रतिरोधक तंत्र कमजोर होने के कारण जल्दी संक्रमित हो सकते हैं।
मंकीपॉक्स के इलाज के लिए केंद्र-दिल्ली सरकार के इकलौते लोक नायक अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डॉ. सुरेश कुमार ने बताया कि यह कोरोना संक्रमण से उल्टा है। यानि जिन व्यक्तियों की उम्र अधिक है, उनके संक्रमित होने की संभावनाएं कम हैं। वहीं, कम उम्र वाले लोगों को यह अपनी चपेट में ले सकता है। इसका कारण स्मॉलपॉक्स का टीका लगा नहीं होना है। छोटे बच्चों को इससे संक्रमित होने का खतरा अधिक है। इस वजह से बच्चों को अधिक सावधानी बरतने की आवश्यकता है।