अनुराग को एयरलिफ्ट करने के लिए अदाणी फाउंडेशन द्वारा एक एयर एंबुलेंस की व्यवस्था की गई थी। उनकी हालत अब खतरे से बाहर हैं। अनुराग उस दौरान काठमांडू के प्रमुख निजी अस्पतालों में शमिल मेडिसिटी के आईसीयू में वेंटिलेटर पर थे।

5,800 मीटर की ऊंचाई पर हो गए थे लापता

राजस्थान के किशनगढ़ निवासी अनुराग (34) अप्रैल के मध्य में उस समय लापता हो गये थे जब वह कैंप-3 से उतरते समय करीब 6,000 मीटर की ऊंचाई पर कहीं गिर गये थे।

बचाव दल द्वारा तीन दिनों की कड़ी मश्क्कत के बाद अनुराग 20 अप्रैल को करीब 5,800 मीटर ऊंचाई पर एक गहरे गड्ढे में जीवित मिले थे। उन्हें पोखरा स्थित मनिपाल अस्पताल पहुंचाया गया और फिर आगे के उपचार के लिए हवाई मार्ग से काठमांडू लाया गया था।

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