स्पाइस जेट के प्लेन में 18 दिन में 8 बार खराबी आने के बाद डॉयरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) ने मामले को गंभीरता से लिया है। DGCA ने स्पाइस जेट को कारण बताओ नोटिस जारी किया है जिसके जवाब के लिए कंपनी को केवल 3 हफ्ते का समय दिया है।
DGCA के नोटिस का स्वागत करते हुए स्पाइसजेट के चेयरमैन और एमडी अजय सिंह ने कहा कि DGCA की तरफ से जहां-जहां चिंताए जाहिर की गई हैं, हम उनके साथ काम करके खुश हैं। उन्होंने कहा कि स्पाइसजेट के खिलाफ सोशल मीडिया में प्रचार किया जा रहा है, जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। ऐसे प्रचार से लोगों का विश्वास कम होता है।
एमडी ने आगे कहा कि दूसरी एयरलाइंस के साथ भी बर्ड हिट की घटनाएं होती हैं, लेकिन उनकी रिपोर्टंग नहीं होती। पिछले कुछ दिनों में लगभग 30 घटनाएं हुई हैं, जिनमें 1-2 स्पाइसजेट थे। इसमें अन्य फ्लाइट भी थीं, लेकिन उनकी रिपोर्टिंग नहीं की जा रही।
दरअसल स्पाइस जेट मामले की बात की जाए तो इसके पीछे की वजह ‘सुरक्षा की अनदेखी’ और ‘रख-रखाव की कमी’ के अलावा कंपनी की आर्थिक तंगी भी बताई जा रही है। DGCA ने एयरलाइन कंपनी को जारी नोटिस में इस बात का भी जिक्र किया है कि तंग आर्थिक हालात की वजह से स्पेयर पार्ट्स की कमी पड़ जाती है।
DGCA ने नोटिस में विमान के सुरक्षित संचालन के लिए जिम्मेदार उपकरण MEL का ज़िक्र भी किया है, और कंपनी के पिछले साल के आर्थिक लेखा-जोखा की बात कि जाए तो उसमें भी ये बात सामने आई है कि कंपनी माल सप्लाई करने वालों को नियमित तौर पर पेमेंट नहीं कर पा रही थी।
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