NCERT के सिलेबस में किए गए बदलाव के बाद से तमाम सवाल उठने शुरू हो गए है. सरकार के साथ-साथ एनसाईआरटी के निदेशक भी सवालों के घेरे में है. ऐसे में एनसीईआरटी के निदेशक ने एक चैनल को दिए अपने इंटरव्यू में कहा, कि हमने किसी एक विषय का सिलेवस चेंज नहीं किया है, बल्कि हमनें सभी विषयों के सिलेबस कम किए है, लेकिन यहां बात सिर्फ इतिहास विषय की है रही है.
‘कोविड में पाठ्यक्रम ज़्यादा था’
एनसीईआरटी के निदेशक ने कहा कि “हमने एक प्रक्रिया के तहत सिलेबस में ये बदलाव किए हैं. हमने पिछले साल एक एक्सपर्ट कमिटी बनाई, उनकी सलाह पर कुछ चैप्टर्स हटाए गए हैं. कोविड में पाठ्यक्रम ज़्यादा था तो वो कम करना था. कुछ चैप्टर्स ओवरलेप हो रहे थे, तो उन्हें हटा दिया गया. ये पाठ्यक्रम एक एकेडेमिक प्रक्रिया के तहत किया गया है. आप इतिहास की बात करते हैं. हमने हर विषय के सिलेबस कम किया है.”
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‘NCERT ने सिलेबस में बदलाव’
आगे दिनेश प्रसाद ने कहा कि एनसीईआरटी किसी के साथ भेदभाव नहीं करता. जो काम की सिलेबस से उसी के हिसाब से इस बार की परिक्षाएं हुई है. आगे का जो पाठ्यक्रम होगा वह नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के अनुसार ही निर्धारित किया जाएगा. आपको बता दे कि इसी साल से नये सिलेबस को लागू किया जाएगा. दरअसल NCERT ने सिलेबस में बदलाव करते हुए मुगल इतिहास से संबंधित कुछ हिस्सें को हटा दिया था. जिसके बाद से सियासत तेज हो चुकी है.