राजस्थान चुनाव से ठीक पहले राजस्थान कांग्रेस में कलह शुरू हो गयी है. आलाकमान के आदेश को दरकिनार कर सचिन पायलट पायलट अनशन पर बैठ गये. सचिन पायलट के समर्थन में भारी भीड़ भी जुटी. राजस्थान पार्टी अध्यक्ष ने एक पत्र जारी कर सचिन पायलट को चेतावनी भी दिया था. पत्र में कहा गया था कि सचिन पायलट को अगर किसी मुद्दे पर शिकायत है तो वह पार्टी के मंच पर अपनी बात रखें.
सभी चेतावनी और आदेश को भूलकर सचिन पायलट अनशन पर बैठ गए और लगाए गये पोस्टर के माध्यम के अपने सियाशी भविष्य का भी संकेतदे दिए. दरअसल शहीद स्मारक स्थल जहां पर सचिन पायलट धरणा दे रहें हैं, वहां एक बड़ी सी पोस्टर लगी है पोस्टर में सिर्फ महातमा गांधी की तस्वीर लगी हुई है. बगल में एक तरफ दो और फोटो रखी हुई है एक गांधी की और एक फुले की.
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सचिन पायलट के इस अनशन में कांग्रेस आलाकमान के किसी व्यक्ति की तस्वीर भी दिखाई नहीं दे रही है. ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या सचिन पायलट अपने राजनीतिक यात्रा को कांग्रेस से अलग करना चाहते है. अनशन के मंच पर लगे पोस्टर में न तो गांधी परिवार के किसी नेता की तस्वीर लगी है और न ही पंडित जवाहर लाल नेहरु की. अब इंतजार है कि पायलट के इस रूख पर आलाकमान क्या कदम उठाता है.