Phonophobia: दुनिया में हर व्यक्ति किसी ना किसी चीज़ से डरता है। किसी को पानी से डर लगता है, किसी को आग से तो किसी को ऊंचाई से। सामान्य डर लोगों को असहज बनात है, लेकिन जब ये डर सामान्य से ज्यादा हो जाए तो ये डर ‘फोबिया’ बन जाता है। हालांकि यह बहुत ही कम पाया जाने वाला रोग का लक्षण है जिसे अक्सर ह्यपेराक्सिस के रोगी लक्षण के रूप में भी देखा जाता है।
लेकिन आप सभी में से बहुत कम लोग ऐसे होंगे जो फोनोफोबिया से परिचित होंगे। ये बिमारी अकसर छोटे बच्चों में देखने को मिलती है, जिसके कारण बच्चे अचानक आई फोन की तेज आवाज़ से डर जाते हैं। कुछ स्थिति में ये बिमारी बड़ों में भी पाई जाती है। ऐसे लोग किसी भी शादी, पार्टी या फंक्शन में जाने से हिचकिचाते हैं। यहां तक की घर से बाहर तक निकलने में संकोच करने लगते हैं।
हमारे जीवन का अहम हिस्सा बने मोबाइल फोन जिसके बिना लोगों का रहना मुश्किल सा हो गया है। इसकी हद से ज्यादा लत भी फोनोफोबिया कहलाई जाती है। जिसके कारण कई घटनाओं की खबरें भी आती रहती हैं। इसका छोटा सा उदाहरण देता हुआ एक वीडियो छत्तीसगढ़ कैडर के आईपीएस दीपांशु काबरा ने भी अपने ट्विटर अकाउंट पर इसे साझा किया है। जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
That must be an important call. 😅 pic.twitter.com/PJHkI5hpno
— Dipanshu Kabra (@ipskabra) July 16, 2022
अचानक किसी चीज की तेज आवाज जैसे फोन की रिंग बजना या हॉर्न की आवाज आते ही ऐसे व्यक्तियों के पसीने छूट जाते हैं। ये जितने भी लक्षण हैं, इनके पीछे की वजह फोनोफोबिया है। ऐसे व्यक्तियों में सिरदर्द,माइग्रेन और दिमागी बुखार जैसी समस्या आमतौर पर देखने को मिल जाती है। ऐसे लोग हमेशा चिंता में रहते हैं, और छोटी-छोटी बात पर गुस्सा हो जाते हैं।
ये भी पढ़ें: अमेरिकी युवती ने रचा अपहरण का झूठा नाटक, 24 घंटे में पुलिस ने किया खुलासा