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नए संसद भवन का पीएम ने किया औचक निरीक्षण, जानिए भवन से जुड़ी प्रमुख बातें

• LAST UPDATED : March 30, 2023

PM did a surprise inspection of the new Parliament House: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार शाम नए संसद भवन का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उनके साथ लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला सहित कई अधिकारी मौजूद रहे। पीएम मोदी की कुछ ऐसी भी तस्वीरें सामने आई है जिसमें वह निर्माण कार्य में लगे मजदूरें से बातचीत भी कर रहें हैं। इससे पहले पीएम ने सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट का औचक निरीक्षण कर मजूदूरों से बातचीत की थी।

 

बता दें कि, पीएम मोदी ने हाल ही में नए संसद भवन की छत पर 6.5 मीटर लंबे राष्ट्रीय प्रतीक चिन्ह अशोक स्तंभ का अनावरण किया। इस दौरान अधिकारियों ने जानकारी दी थी कि, नए संसद भवन का निर्माण कार्य तय समय के अनुसार चल रहा है और 62 प्रतिशत वर्क लगभग पूरा हो चुका है। और इस वर्ष 30 अक्टूबर तक संपूर्ण काम पूरा होने और दोनों सदनों को सौंपे जाने की संभावना है। यानि साफ है कि काम इसी रफ्तार से सुचारू रूप से चला तो संसद का आगामी शीतकालीन सत्र नए संसद भवन में होने की उम्मीद है।

 

कैसा होगा नया संसद भवन

 

आधिकारिक जानकारी के अनुसार, नए संसद भवन पुरानी भवन की तुलना में बड़ा और आधुनिक होगा। पुरानी संसद भवन में अभी लोकसभा में 590 सदस्यों के बैठने की क्षमता है, जबकि नेए भवन में 888 सीटें होंगी। इसके अलावा दर्शक दीर्घा गैलरी में 336 लोगों के बैठने का व्यवस्था होगा। राज्यसभा में सदस्यों के बैठने की क्षमता 280 से बढ़कर 384 होगी। संयुक्त सत्र के दौरान नई लोकसभा में ही 1,272 से ज्यादा सांसद बैठ सकेंगे। 

 

नए संसद भवन की खूबियों पर एक नज़र :

 

नये संसद भवन की इमारत त्रिकोणीय है, जिसे बनाने में करीब 971 करोड़ रुपए का खर्च का लक्ष्य रखा गया है।

इस इमारत का क्षेत्रफल 17 हजार वर्ग मीटर होगा, यानि कि वर्तमान संसद भवन से बड़ा होगा।

नए संसद भवन का निर्माण कुल 64,500 वर्ग मीटर भूमि पर किया जा रहा है, जो कि चार मंजिला है यह इमारत पूर्ण रूप से भूकंप रोधी इमारत होगी। 

इसके अलावा नया संसद भवन अत्याधुनिक, तकनीकी सुविधाओं से युक्‍त और ऊर्जा कुशल होगा। 

मौजूदा संसद भवन से सटी त्रिकोणीय आकार की नई इमारत सुरक्षा सुविधाओं से लैस होगी। 

नए भवन की सज्‍जा में भारतीय संस्कृति, क्षेत्रीय कला, शिल्प और वास्तुकला की विविधता का समृद्ध मिलाजुला स्वरूप होगा। डिजाइन योजना में केन्द्रीय संवैधानिक गैलरी को स्‍थान दिया गया है। आम लोग इसे देख सकेंगे। 

 

 

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