India News (इंडिया न्यूज),Bharatiya Nyaya Sanhita: संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान गुरुवार (21 दिसंबर) को राज्यसभा ने आईपीसी, सीआरपीसी और साक्ष्य अधिनियम की जगह तीन आपराधिक विधेयक – भारतीय न्याय (द्वितीय) संहिता 2023, भारतीय नागरिक सुरक्षा (द्वितीय) संहिता 2023 और भारतीय साक्ष्य (द्वितीय) विधेयक 2023 पारित किए। राज्यसभा ने चर्चा और गृहमंत्री अमित शाह के जवाब के बाद तीनों विधेयकों को ध्वनमित से अपनी स्वीकृति दी।
बता दें, नया कानून बिलों के पास होने पर PM मोदी ने बधाई दी। पीएम ने कहा कि ‘भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023, भारतीय न्याय संहिता, 2023 और भारतीय साक्ष्य अधिनियम, 2023 का पारित होना हमारे इतिहास में एक महत्वपूर्ण क्षण है। ये विधेयक औपनिवेशिक युग के कानूनों के अंत का प्रतीक हैं। सार्वजनिक सेवा और कल्याण पर केन्द्रित कानूनों से एक नये युग की शुरुआत होती है।
The passage of Bharatiya Nagarik Suraksha Sanhita, 2023, Bharatiya Nyaya Sanhita, 2023 and Bharatiya Sakshya Adhiniyam, 2023 is a watershed moment in our history. These Bills mark the end of colonial-era laws. A new era begins with laws centered on public service and welfare.
— Narendra Modi (@narendramodi) December 21, 2023
साथ ही, ये विधेयक संगठित अपराध, आतंकवाद और ऐसे अपराधों पर कड़ा प्रहार करते हैं जो प्रगति की हमारी शांतिपूर्ण यात्रा की जड़ पर हमला करते हैं। इनके माध्यम से हमने देशद्रोह की पुरानी हो चुकी धाराओं को भी अलविदा कह दिया है।
At the same time, these Bills come down heavily on organised crime, terrorism and such offences which strike at the root of our peaceful journey to progress. Through them, we have also bid goodbye to the outdated sections on sedition.
— Narendra Modi (@narendramodi) December 21, 2023
वहीँ, नए कानून बिलों के पास होने पर अमित शाह ने एक्स पर लिखा- जो पूछते हैं इन क़ानूनों से क्या होगा?
…अब गरीबों के लिए न्याय ना महँगा होगा ना ही लंबा।
ये नये कानून, अपराध और आतंकवाद के प्रति मोदी सरकार की ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति को सशक्त करेंगे।
– पहली बार हमारे कानूनों में आतंकवाद, संगठित अपराध और आर्थिक अपराध को परिभाषित किया गया है, जिससे अपराधियों के कानून से बचने के हर रास्ते बंद होंगे।
– पहली बार, हमारे पास ऐसे कानून…
— Amit Shah (@AmitShah) December 21, 2023
मालूम हो, इसके पहले अमित शाह ने सदन में कहा कि तीन आपराधिक कानूनों के स्थानों पर लाए गए विधेयकों के संसद से पारित होने के बाद भारत की आपराधिक न्याय प्रक्रिया में एक नई शुरुआत होगी जो पूर्णतया भारतीय होगी। उन्होंने यह भी कहा कि इनके लागू होने के बाद तारीख पर तारीख का दौर खत्म हो जाएगा।
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