सूरत में आज प्राकृतिक खेती सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। जिसमें प्राकृतिक खेती में कामयाबी हासिल करने वाले हजारो किसान और हितधारकों ने हिस्सा लिया है। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज यानी रविवार को वीडियो कांफ्रेस के जरिए संबोधित किया है। जिसमें सीएम भूपेंद्र पटेल और राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने भी हिस्सा लिया। जानकारी हो कि प्राकृतिक खेती के लिए सूरत के 41,000 से ज्यादा किसानों को प्रशिक्षण दिया गया था।
वहीं वीडियो कांफ्रेस में पीएम मोदी ने कहा कि हमारा जीवन, हमारा स्वास्थ्य, हमारा समाज सबके आधार में हमारी कृषि व्यवस्था ही है। उन्होंने कहा कि भारत तो स्वभाव और संस्कृति से कृषि आधारित देश ही रहा है, इसलिए जैसे-जैसे हमारा किसान आगे बढ़ेगा जैसे जैसे कृषि उन्नत और समृद्ध होगी, वैसे वैसे हमारा देश आगे बढ़ेगा।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कुछ महीने पहले गुजरात में प्राकृतिक कृषि के विषय पर नेशनल कान्क्लेव का आयोजन हुआ था। आज एक बार फिर सूरत मे यह महत्वपूर्ण कार्यक्रम इस बात का प्रतीक है कि गुजरात किस तरह से देश के अमृत संकल्पों को गति दे रहा है। उन्होंने कहा कि गुजरात में आयोजित इस कार्यक्रम में कई हितधारक मौजूद हैं जिन्होंने नेचुरल फार्मिंग अपनाकर इसका फायदा उठाया है।
वहीं पीएम मोदी ने ये भी कहा कि परंपरागत कृषि विकास योजना और भारतीय कृषि पद्धति कार्यक्रमों के जरिए आज किसानों को संसाधन, सुविधा और सहयोग दिया जा रहा है। इस योजना के तहत देश में 30 हजार क्लस्टर्स बनाए गए हैं, और लाखों किसानों को इसका लाभ मिल रहा है।
जानकारी हो कि इससे पहले भी प्रधानमंत्रा नरेंद्र मोदी 4 जुलाई को गुजरात आए थे, जहां उन्होंने गांधीनगर में डिजिटल इंडिया वीक 2022 का उद्घाटन किया था। जिसका विषय कैटेलाइजिंग न्यू इंडियाज टेकेड यानी की नए भारत के प्रौद्योगिकी दशक को उत्प्रेरित करना था। जिसमें पीएम मोदी ने प्रौद्योगिकी की पहुंच को बढ़ाने, स्टार्टअप को बढ़ावा देने और जीवन को आसान बनाने के लिए सेवा वितरण को सुव्यवस्थित करने के लिए कई डिजिटल पहल शुरू की हैं।
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