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President Oath Function: राष्ट्रपति के शपथ समारोह मे कुछ कार्यालय आंशिक रूप से रहेंगे बंद, 25 जुलाई को ही क्यों होता कार्यक्रम

• LAST UPDATED : July 22, 2022

President Oath Function: देश में पहली बार कोई आदिवासी महिला राष्ट्रपति पद के लिए चुनी गई हैं। द्रौपदी मुर्मू देश की 15वीं राष्ट्रपति होंगी और वह राम नाथ कोविंद का स्थान लेंगी। कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को खत्म हो रहा है। ऐसे में द्रौपदी मुर्मू 25 जुलाई को राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगी। कार्मिक मंत्रालय ने नव निर्वाचित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के शपथ ग्रहण समारोह के कारण कुछ सरकारी कार्यालयों को आंशिक रूप से बंद करने का निर्देश दिया गया है। जिसमे कहा कि समारोह के दौरान नए संसद भवन का निर्माण कार्य भी बंद करना होगा। सभी सरकारी विभागों को जारी आदेश में कहा गया है कि भारत की निर्वाचित राष्ट्रपति का शपथ ग्रहण समारोह 25 जुलाई को संसद भवन के सेंट्रल हॉल में होगा। आदेश के अनुसार, विध्वंसक गतिविधि रोधी जांच करने के लिए 25 जुलाई को सुबह छह बजे तक कुल 30 कार्यालयों को खाली कराया जाएगा। ये कार्यालय समारोह के खत्म होने तक बंद रहेंगे।

25 जुलाई को ही क्यों होता शपथ कार्यक्रम

देश में 26 जनवरी 1950 को गणतंत्र लागू हुआ। उसी दिन डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद देश के पहले राष्ट्रपति बने। तब तक देश में लोकसभा चुनाव नहीं हुए थे। 1951-52 में पहली बार लोकसभा और राज्यों में विधानसभा चुनाव हुए। इसके बाद राष्ट्रपति चुनाव हुए। डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद 13 मई 1952 को जीतकर फिर से इस पद पर पहुंचे। 1957 में लगातार दूसरी बार जीतकर डॉक्टर प्रसाद राष्ट्रपति बने। डॉक्टर प्रसाद 12 साल तक इस पद पर रहे। 13 मई 1962 को उनका कार्यकाल पूरा हुआ और डॉक्टर राधाकृष्णन देश के दूसरे राष्ट्रपति बने। उन्होंने अपना कार्यकाल पूरा किया।

पांच साल बाद 13 मई 1967 को डॉक्टर जाकिर हुसैन देश के तीसरे राष्ट्रपति बने। डॉक्टर हुसैन अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर सके। 3 मई 1969 को उनका निधन हो गया। हुसैन के निधन के बाद उप-राष्ट्रपति वीवी गिरि कार्यवाहक राष्ट्रपति बने। इसके बाद होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार बनने के बाद उन्हें इस्तीफा देना पड़ा। वीवी गिरि के इस्तीफे के बाद उस वक्त सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश मोहम्मद हिदायतउल्ला कार्यवाहक राष्ट्रपति नियुक्त हुए। चुनाव प्रक्रिया पूरी होने के बाद 24 अगस्त 1969 को वीवी गिरि नए राष्ट्रपति बने। गिरि ने अपना कार्यकाल पूरा किया। गिरि के बाद 24 अगस्त 1974 को फखरुद्दीन अली अहमद नए राष्ट्रपति बने। अहमद कार्यकाल पूरा नहीं कर पाने वाले दूसरे राष्ट्रपति बने। 11 फरवरी 1977 को उनका निधन हो गया। अहमद के निधन के बाद उप-राष्ट्रपति बीडी जत्ती कार्यवाहक राष्ट्रपति बने। इसके बाद चुनाव हुए। चुनाव के बाद 25 जुलाई 1977 को नीलम संजीव रेड्डी देश के नए राष्ट्रपति बने। तब से लेकर अब तक हर राष्ट्रपति ने अपना कार्यकाल पूरा किया है। इसी वजह से 25 जुलाई को नए राष्ट्रपति शपथ लेते हैं। तब से अब तक नौ राष्ट्रपति 25 जुलाई को शपथ ले चुके हैं।

क्या होता है शपथ समारोह में
  • शपथ समारोह के दौरान देश के गणमान्य लोग राष्ट्रपति भवन में उपस्थित होते हैं।
  • भारत के मुख्य न्यायाधीश राष्ट्रपति को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाते हैं।
  • इसके बाद राष्ट्रपति को 21 तोपों की सलामी दी जाती है।
  • इसके बाद राष्ट्रपति देश के उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, कैबिनेट मंत्रियों से मुलाकात करते हैं।
राष्ट्रपति चुनाव में मिले 5 लाख 777 वोट

बता दें कि राष्ट्रपति चुनाव 2022 में एनडीए की उम्मीदवार रहीं द्रौपदी मुर्मू को 5 लाख 777 वोट मिले जबकि विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को 2 लाख 61 हजार 62 वोट मिले। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई की मध्यरात्रि को खत्म हो रहा है। 25 जुलाई को नए राष्ट्रपति का शपथ ग्रहण होगा।

 

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